सफाई कर्मियों का योगी आदित्यनाथ सरकार ने बढ़ाया मानदेय, अब रोजाना मिलेंगे इतने रुपए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगरीय निकायों में आउटसोर्स के माध्यम से कार्यरत सफाई कर्मियों को योगी सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। योगी सरकार ने ऐसे कर्मचारियों का मानदेय 308 रुपए से बढ़ाकर 337 रुपए कर दिया है। अब सफाई कर्मियों को महीने में चार छुट्टियां हटाकर 26 दिनों का मानदेय यानी 8758 रुपये मिलेंगे। नगर विकास विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। प्रदेश में करीब पांच हजार से अधिक ठेके के माध्यम से सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं।
आउटसोर्स की माध्यम से उत्तर प्रदेश में साल 2014 से कार्यरत सफाईकर्मी का मानदेय 250 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मिलता था। इस मानदेय को 24 मई, 2019 को बढ़ाकर 308.18 रुपए प्रतिदिन कर दिया गया था। इस हिसाब से मौजूदा समय इन सफाई कर्मियों को हर माह 8012.73 रुपए मिल रहा है। श्रम कानूनों के अनुसार अब सरकार ने इसे 336.85 रुपए प्रतिदिन कर दिया है। नगर विकास विभाग ने नगर आयुक्तों व अधिशासी अधिकारियों को इसी आधार पर बिना किसी कटौती के भुगतान करने का निर्देश दिए हैं।
दरअसल, प्रदेशभर के निकायों में 5000 से अधिक कार्यदायी संस्था के माध्यम से सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं। श्रम कानूनों के मुताबिक, दैनिक मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी नए सिरे से तय की गई है। इसके आधार पर श्रम विभाग ने नगर विकास विभाग को पत्र भेजा। इसमें न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948 में श्रमिकों, कार्मिकों को मूल दरों व देय परिवर्तन मंहगाई भत्ते के निर्धारण की व्यवस्था की गई है। इसके आधार पर नगरीय स्थानीय निकायों में सेवा प्रदाता या ठेके के माध्यम से रखे ए सफाई श्रमिकों या कार्मिकों को रोजाना 336.85 और हर माह 8758 रुपये देने की व्यवस्था की गई है।