डब्ल्यूएफपी और ओडिशा सरकार के बीच अहम समझौता, महिलाओं में पोषण सुरक्षा पर करेंगे काम
भुवनेश्वर, जून 24: संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और ओडिशा सरकार हजारों राज्य समर्थित महिला स्वयं सहायता समूहों (डब्ल्यूएसएचजी) तक पहुंचकर आजीविका पहल को मजबूत करके घरेलू खाद्य और पोषण सुरक्षा में सुधार पर काम करेगी। भारत में डब्ल्यूएफपी के कंट्री डायरेक्टर बिशो परजुली ने कहा कि, ओडिशा में यह महिलाओं के सशक्तिकरण, आजीविका और आय पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण साझेदारी है।
उन्होंने कहा कि, खाद्य सुरक्षा के आसपास की कमजोरियों को दूर करने और कम करने के लिए इस तरह की केंद्रित पहल महत्वपूर्ण हैं। जोकि कोरोना महामारी के दौरान सामने आई है। आज वर्चुअल समारोह में परजुली और मिशन शक्ति विभाग के आयुक्त-सह-सचिव सुजाता आर कार्तिकेयन के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। सुजाता आर कार्तिकेयन ने कहा कि सतत आजीविका से घरेलू खाद्य और पोषण सुरक्षा में सुधार होता है और अंततः महिलाओं का समग्र सशक्तिकरण होता है।
उन्होंने कहा कि, यह सहयोग तकनीकी सहायता और क्षमता विकास प्रदान करके महिला स्वयं सहायता समूहों (डब्ल्यूएसएचजी) का समर्थन करेगा, दीर्घकालिक खाद्य सुरक्षा में सीधे योगदान देगा और एक अनुकरणीय मॉडल विकसित करेगा। आजीविका के अवसर पैदा करने के लिए एसएचजी के साथ काम करना, घरेलू पोषण सुरक्षा में सुधार करना और निर्णय लेने में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना मिशन शक्ति विभाग के कुछ मुख्य उद्देश्य हैं।
जाबांज ऑफिसर चेतन चीता ने दूसरी बार मौत को दी मात, कोरोना से जंग जीत लौटे घर
दिसंबर 2023 तक प्रभावी यह साझेदारी ओडिशा में सरकारी खरीद प्रणालियों के साथ महिला समूहों के जुड़ाव में सुधार, अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, महिला समूहों की क्षमता निर्माण, और निगरानी उपकरण विकसित करने और समूहों के कार्य में सुधार के लिए मूल्यांकन करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।