कोविड को मात देने के लिए सीएम तीरथ ने अधिकारियों संग ली मीटिंग, कहा- गांव-गांव जाकर होगी बुजुर्गों की जांच
कोविड को मात देने के लिए सीएम तीरथ ने अधिकारियों संग ली मीटिंग, कहा- गांव-गांव जाकर होगी बुजुर्गों की जांच
Dehradun, Apr 13: बढ़ते कोरोना संक्रमण के ग्राफ को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों संग मीटिंग ली। मीटिंग में उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच का दायरा न्याय पंचायत स्तर तक ले जाया जाएगा। बुजुर्गों की कोरोना करने के लिए कर्मचारियों को गांव-गांव तक जाने को कहा गया है। सचिवालय में सोमवार शाम सीएम ने कहा कि कोविड 19 के नियंत्रण को केंद्र से भरपूर मदद मिल रही है।
सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि केंद्र से वैक्सीन, पीपीई किट व दवाएं मांग के अनुसार मिल रही हैं। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। राज्य की टेस्टिंग क्षमता में भी इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं, सीएम ने संक्रमण की जांच के लिए अफसरों को पीएचसी-सीएसची के साथ न्याय पंचायत स्तर तक जाने को कहा है। खासकर बुजुर्गों की जांच को सरकार गंभीर है। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जरूरत पड़ने पर गांव-गांव जाकर बुजुर्गों की जांच करें व संक्रमितों को पर्याप्त उपचार दें।
वैक्सीन की कमी को खारिज करते हुए सीएम ने कहा कि राज्य को पर्याप्त वैक्सीन मिल रही है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा, जहां प्रत्येक मीडियाकर्मी का भी वैक्सीनेशन कराया गया जबकि यह मानकों में नहीं था। बता दें कि राज्य में सोमवार को एक बार फिर 1334 नए मरीज मिले और सात संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या एक लाख दस हजार से अधिक हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1767 हो गया है।
देहरादून में 554, हरिद्वार में 408, नैनीताल में 114, अल्मोड़ा में 7, बागेश्वर में 3, चमोली में 7, चम्पावत में 7, पौड़ी में 70, पिथौरागढ़ में 3, रुद्रप्रयाग में 9, टिहरी में 56, यू एस नगर में 89 जबकि उत्तरकाशी में 7 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। सोमवार को एम्स में तीन, मैक्स में एक, श्री महंत इंद्रेश में तीन मरीजों की मौत हो गई। राज्य के विभिन्न अस्पतालों से 605 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा गया जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या 7846 रह गई है। जबकि 98 हजार लोग अभी तक ठीक हो चुके हैं। सोमवार को 35 हजार से अधिक सैम्पलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई। 42 हजार सैम्पल जांच के लिए भेजे गए और 27 हजार की रिपोर्ट आना बाकी है। राज्य में 52 कंटेन्मेंट जोन बने हैं।