छत्तीसगढ़ के कोने-कोने में पर्यटन की असीम संभावनाएं: पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कोने-कोने में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। यहां लोककला और संस्कृति का बेजोड़ नमूना देखने को मिलता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप प्रदेश की लोककला और संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ ही इसे पर्यटन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बनाएंगे। सोमवार को अटल ने पर्यटन मंडल अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। इसके बाद नईदुनिया से चर्चा करते हुए कहा कि बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ के अमूमन सभी हिस्सों में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। हर एक जगह को नाम के अनुरूप पहचान दिलाने की कोशिश करेंगे। जल्द ही कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाएगा।
देश के अन्य प्रांतों से आने वाले पर्यटकों को पर्यटन स्थल में प्रदेश की लोककला व संस्कृति की सुनहरी तस्वीर दिखाई जाएगी। पर्यटन स्थलों को देखने से ही प्रदेश के बाहर के पर्यटकों को छत्तीसगढ़ की लोककला और संस्कृति के बारे में स्पष्ट ज्ञान हो जाए। ऐसी हमारी कोशिश रहेगी।
पर्यटन मंडल के अध्यक्ष बनने पर उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी मंशा अनुसार पर्यटन स्थल स्थल को बढ़ावा दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ सहित अन्य छोटे-छोटे राज्यों में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को पर्यटन स्थल में एक अच्छा वातावरण मिले व प्राकृतिक सौंदर्य के बीच प्रदेश की लोककला और संस्कृति की झलक भी उन्हें मिलती रहे, इस दिशा में विशेष प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के पहले छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री हैं। उनकी रग-रग में छत्तीसगढ़ की लोककला संस्कृति रची बसी है। इसके अनुरूप पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा।
टूरिस्ट सर्किट करेंगे तैयार
अटल ने कहा कि छत्तीसगढ़ वनों से आच्छादित प्रदेश है। अचानकमार टाइगर रिजर्व से लेकर सरगुजा और बस्तर के सुरम्य वादियों के बीच जहां जहां पर्यटन की संभावनाएं हैं। उन जगहों को प्राथमिकता के आधार पर विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट राम वन गमन पथ को मूर्तरूप देंगे। इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर अमलीजामा पहनाएंगे।