हरियाणा में अब होगा तीसरा Sero Survey, लोगों की ताकत और खुद की तैयारी जांचेगा स्वास्थ्य विभाग
चंडीगढ़। हरियाणा में तीसरी लहर से पहले स्वास्थ्य विभाग खुद की तैयारी को जांचने व लोगों की ताकत जांचने के लिए तीसरा सीरो सर्वे करा रही है। सर्वे में साढ़े 36 हजार लोगों की जांच होगी। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, कोरोना की तीसरी लहर का पूरे दमखम के साथ मुकाबला करने को तैयार हरियाणा सरकार ने राज्य में तीसरा सीरो सर्वे आरंभ कर दिया है। यह सीरो सर्वे दो सप्ताह तक चलेगा, जिसमें साढ़े 36 हजार लोगों को कवर करते हुए यह चैक किया जाएगा कि हमारे प्रदेश के लोग कोरोना की तीसरी लहर को झेलने के लिए कितने तैयार हैं।
सीरो सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर कोरोना से बचाव के इंतजामों को आगे बढ़ाया जाएगा। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार सितंबर माह तक सभी पात्र लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन का सुरक्षा कवच प्रदान कर देगी। चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय में तीसरे सीरो सर्वे की शुरुआत करते हुए हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने लोगों से आह्वान किया कि वह इस बार त्योहार अपने घर पर ही मनाएं। त्योहारों में तीसरी लहर के फैलने की आशंका रहेगी।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वीणा सिंह और स्वास्थ्य निदेशक डा. ऊषा गुप्ता की मौजूदगी में मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की पीठ थपथपाई। विज ने कहा कि मुझे अपनी टीम पर गर्व है। कोरोना की पहली व दूसरी लहर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बेहतरीन काम किय़ा है। तीसरी लहर से निपटने में भी यह टीम बेहतरीन प्रयास करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार तीसरे सीरो सर्वे की सैंपलिंग का काम बुधवार से आरंभ हो जाएगा। पहली बार हुए सीरो सर्वे में आठ फीसद लोगों में एंटी बा़डी और दूसरी बार के सीरो सर्वे में 14.3 प्रतिशत लोगों में एंटी बाडी पाई गई थी। तीसरे सीरो सर्वे में पता चलेगा कि हरियाणा के कितने प्रतिशत लोगों में कोरोना से लड़ने के लिए एंटी बाडी बन चुकी है। यह पहला सीरो सर्वे है, जिसमें कोरोना होने के बाद और कोरोना से बचाव के लिए लगाए गए इंजेक्शन लगाने वालों को शामिल किया जाएगा।
एंटी बाडी चैक करने के लिए सीएलआइए टेस्ट होगा। इस बार के सीरो सर्वे की खास बात यह है कि कोविशील्ड और को-वैक्सीन लगने के बाद किस व्यक्ति में कितनी एंटी बाड़ी बनी, इसका पता चल जाएगा। अनिल विज के अनुसार इस सीरो सर्वे में छह साल और इससे ऊपर के बच्चों को भी कवर किया जाएगा। गांव और शहर दोनों इसमें कवर होंगे। इस सीरो सर्वे के लिए ढ़ाई हजार कर्मचारियों को लगाया गया है। करीब दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट कंपाइल होकर आ जाएगी।
अनिल विज ने बताया कि कितने लोगों में एंटी बाडी बन चुकी है, इसका पता लग जाने पर हमें आगे की योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी। अभी तक एक करोड़ 73 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। यदि राज्य में तथाकथित तीसरी लहर आ भी जाए तो हम उससे निपट सकते हैं।
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सितंबर
माह
के
अंत
तक
सभी
को
टीका
स्वास्थ्य
विभाग
के
अतिरिक्त
मुख्य
सचिव
राजीव
अरोड़ा
ने
बताया
कि
राज्य
में
जल्द
ही
वैक्सीन
की
सप्लाई
बढ़ने
वाली
है।
पहले
25
लाख
से
40
लाख
तक
वैक्सीन
मिल
रही
थी,
जो
अब
70
लाख
होने
जा
रही
है।
उम्मीद
की
जा
रही
है
कि
हरियाणा
में
सितंबर
माह
के
आखिर
तक
पूरी
आबादी
को
वैक्सीन
का
सुरक्षा
कवच
मिल
जाएगा।
डा.
वीणा
सिंह
और
डा.
ऊषा
गुप्ता
ने
बताया
कि
इस
बार
राज्य
में
आक्सीजन
की
कोई
कमी
नहीं
रहेगी।
स्वास्थ्य
मंत्री
अनिल
विज
के
आदेश
हैं
कि
50
बेड
से
ऊपर
के
सभी
अस्पतालों
में
आक्सीजन
प्लांट
लगाए
जा
रहे
हैं।
क्या
होता
है
सीरो
सर्वे
सीरो
सर्वे
या
सीरोलाजिकल
सर्वे
हमें
यह
बताता
है
कि
उस
क्षेत्र
में
कितना
कोरोना
वायरस
फैला
हुआ
है।
कई
बार
ऐसा
होता
है
कि
लोगों
को
कोरोना
का
संक्रमण
होता
है
लेकिन
उनके
शरीर
में
इसके
कोई
लक्षण
दिखाई
नहीं
देते
हैं।
इसका
मतलब
है
कि
वह
व्यक्ति
कोरोना
से
संक्रमित
तो
हुआ
है
लेकिन
वह
बीमार
नहीं
पड़ा।
जितने
ज्यादा
लोगों
में
एंटीबाडी
होंगी,
उतना
ही
संक्रमण
का
खतरा
कम
होगा।
यह
संक्रमण
की
चेन
बनने
से
रोकेगा।
इसीलिए
कोरोना
से
बचाव
में
सीरो
सर्वे
की
भूमिका
है।
सीरो
सर्वे
में
व्यक्ति
का
ब्लड
लेकर
उससे
सेल्स
और
सीरम
को
अलग
किया
जाता
है।
सीरम
में
कोरोना
वायरस
के
खिलाफ
जितनी
एंटीबाडी
बनी
हैं,
उनकी
जांच
की
जाती
है।