उत्तराखंड: नए सीएम बोले- प्रदेश का विकास है हमारा एजेंडा, सबको मिल रही सस्ती बिजली
देहरादून, 30 जुलाई: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुछ लोगों का एजेंडा चुनाव है, लेकिन हमारा एजेंडा विकास है। वह प्रदेश पार्टी कार्यालय में मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे। मीडियाकर्मियों ने आम आदमी पार्टी के लोगों के बीच मुफ्त 100 यूनिट बिजली का गारंटी कार्ड बांटे जाने के बारे में मुख्यमंत्री से पूछा। उन्होंने कहा कि वह किसी का नाम नहीं लेंगे, लेकिन कुछ लोगों का एजेंडा सिर्फ चुनाव है। कांग्रेस की सरकार बनने पर मुफ्त बिजली देने के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के एलान से जुड़े सवाल पर धामी ने कहा कि हमारी सरकार सस्ती और 24 घंटे बिजली दे रही है।
पंडा
पुरोहितों
से
बात
करेगी
हाईपावर
कमेटी
सत्ता
में
आने
पर
देवस्थानम
बोर्ड
भंग
करने
के
कांग्रेस
नेताओं
के
बयान
से
जुड़े
प्रश्न
पर
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
देवस्थानम
बोर्ड
को
लेकर
मुझसे
कई
लोग
मिले।
सभी
से
बात
करने
के
बाद
हम
हाईपावर
कमेटी
बना
रहे
हैं।
यह
कमेटी
सभी
पक्षों
को
सुनेगी
और
उनकी
समस्याओं
का
समाधान
करेगी।
कर्मचारियों
को
मांग
रखने
का
अधिकार
चुनावी
साल
में
कर्मचारियों
की
बढ़ती
हड़ताल
से
जुड़े
प्रश्न
पर
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
कर्मचारियों
को
अपनी
मांग
रखने
का
अधिकार
है।
हम
उनकी
बातें
सुन
रहे
हैं।
जिन
मांगों
का
हल
निकल
सकता
है,
उनके
समाधान
किए
जा
रहे
हैं।
मौसम
पर
वश
नहीं,
भगवान
की
कृपा
बनी
रहे
मानसून
में
पहाड़ों
में
सड़कों
की
खराब
स्थिति
पर
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
मौसम
पर
किसी
का
वश
नहीं
है।
लेकिन
सरकार
ने
आपदा
प्रबंधन
विभाग
व
अन्य
सभी
विभाग
पूरी
सक्रियता
से
काम
करने
के
निर्देश
दिए
हैं।
हम
भगवान
से
प्रार्थना
करते
हैं
कि
उत्तराखंड
पर
उनकी
कृपा
बनी
रहे।
टाइगरों
की
संख्या
में
बढ़ोतरी
से
सफारी
को
मिलेगा
बढ़ावा
:
सीएम
मुख्यमंत्री
पुष्कर
सिंह
धामी
ने
कहा
कि
राज्य
में
तराई
से
लेकर
उच्च
हिमालयी
क्षेत्रों
में
टाइगर
की
उपस्थिति
स्थानीय
लोगों
की
टाइगर
संरक्षण
में
सक्रिय
भागीदारी
का
परिणाम
है।
उन्होंने
अधिकारियों
को
मानव
वन्य
जीव
संघर्ष
रोकने
के
लिए
अन्य
राज्यों
में
किए
गए
उपायों
का
अध्ययन
करने
के
निर्देश
दिए।
बृहस्पतिवार को सीएम कैंप कार्यालय में अंतरराष्ट्रीय टाइगर दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वर्ष 2006 में बाघों की संख्या 178 थी। जो वर्ष 2018 में बढ़कर 442 हो गई है। प्रदेश में मानव वन्य जीव संघर्ष को कम करने के लिए अन्य राज्यों की व्यवस्थाओं व उपायों का अध्ययन किया जाए। जिससे प्रदेश में इस समस्या को रोका जा सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के पहले नर टाइगर जिसका कार्बेट से राजाजी में रि-इंट्रोडक्शन किया गया था के चित्र का भी अनावरण किया। राज्य में टाइगरों की संख्या में बढ़ोतरी से टाइगर सफारी को बढ़ावा मिलेगा। इससे पर्यटकों का आवागमन बढ़ने प्रदेश की आर्थिकी को भी मजबूती मिलेगी।
उत्तराखंड सरकार ने कहा- तय होगा सहकारिता का ढांचा, नियमावली बनाई जाएगी
वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के तराई-भाबर क्षेत्र के टाइगर रिजर्व में टाइगर घनत्व देश में सर्वाधिक है। टाइगरों की उपस्थिति तराई भाबर के अलावा उच्च हिमालयी क्षेत्र, केदारनाथ, अस्कोट वन्य जीव विहार में कैमरा ट्रेप से की गई है। पारिस्थितिकी तंत्र में वन्य जीवों के उच्च स्तर पर भोजन श्रृंखला निचले स्तर भोजन स्तर की सुदृढ़ता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि टाइगर सफारी पाखरो से भी आर्थिकी को बढ़ावा मिल सकेगा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, विशेष सचिव मुख्यमंत्री डॉ. पराग मधुकर धकाते, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक जेएस सुहाग, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ अनूप मलिक आदि उपस्थित थे।