गृह मंत्री अनिल विज ने दिए एनसीबी को स्टाफ और सुविधाएं देने के निर्देश, नशा कारोबारियों की धरपकड़ होगी तेज
चंडीगढ़। हरियाणा में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को जल्द ही स्टाफ और अन्य सुविधाएं मिल जाएंगी। एनसीबी को मजबूत करने को लेकर चल रहा चिट्ठी-पत्री का सिलसिला बुधवार से बंद हो गया। इस मसले पर डीजीपी मनोज यादव के साथ हुई बैठक में गृह मंत्री अनिल विज ने स्पष्ट किया कि एनसीबी का गठन हो चुका है और सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएं, ताकि हरियाणा में नशा कारोबारियों की धरपकड़ तेज हो।
एनसीबी के मुखिया ने गृह मंत्री विज को पत्र लिखकर कहा था कि ब्यूरो को आवश्यक सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। इस कारण कार्रवाई में देरी हो रही है। इस पत्र के बाद डीजीपी ने गृह सचिव के माध्यम से गृह मंत्री को पत्र लिखकर एनसीबी को सुविधाएं देने में विलंब का कारण उदाहरण सहित बताया था। इसी मुद्दे पर बुधवार को भी चर्चा हुई। विज ने डीजीपी को कहा कि एनसीबी को जल्द ही स्टाफ और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
एक हजार से ज्यादा गाड़ियां कंडम : डीजीपी के साथ चली लंबी बैठक में अनिल विज ने अन्य मामलों को लेकर भी जल्द कार्रवाई करने के लिए कहा है। हरियाणा पुलिस की एक हजार से ज्यादा गाड़ियां कंडम हो चुकी हैं। इन्हें कंडम घोषित करने की प्रक्रिया में लंबा समय लग जाता है। इस विषय पर शीघ्र ही वित्त सचिव के साथ बैठक कर समस्या का हल निकाला जाएगा।
पुलिस में इंस्पेक्टरों की कमी : हरियाणा पुलिस में 58 इंस्पेक्टर पदोन्नत होकर डीएसपी बन चुके हैं। इसकी वजह से फील्ड में इंस्पेक्टरों की कमी है। जल्द ही डिपार्टमेंटल प्रमेाशन कमेटी की बैठक बुलाकर पदोन्नति का इंतजार कर रहे सब इंस्पेक्टरों को पदोन्नत किया जाएगा। एनसीबी और एसटीएफ को इसके बाद ही स्टाफ दिया जाएगा।
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