जेवर एयरपोर्ट पर कार्य प्रगति की सीएम योगी ने की समीक्षा, कही ये बात
Jewar International Airport, लखनऊ। ग्रेटर नोएडा में बनने वाले देश के सबसे बड़े जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा की। समीक्षा बैठक के दौरान सीएम ने अफसरों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट से जुड़े समस्त कार्यों को समय से पूरा किया जाए। वहीं, जेवर एयरपोर्ट बनाने के लिए दूसरे चरण के जमीन अधिग्रहण हेतु 4000 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी है।
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि विद्युत, सिंचाई, लोक निर्माण, बेसिक शिक्षा, महिला, बाल विकास एवं पुष्टाहार तथा वन विभाग आदि नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के क्षेत्र में पड़ने वाली अपनी परिसम्पत्तियों को प्राथमिकता पर अन्यत्र स्थापित करने की कार्यवाही करें। इससे जहां एक ओर परियोजना को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर जनता को भी सम्बन्धित विभाग की सेवाएं सुचारू ढंग से मिलती रहेंगी। यह बात उन्होंने अपने सरकारी आवास पर जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की प्रगति की समीक्षा बैठक के दौरान कही।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि कोई भी विभाग अनापत्ति प्रमाणपत्र देने में कतई देर न करे। प्रदेश के आर्थिक विकास और समृद्धि के लिए विश्वस्तरीय अवस्थापना सुविधाओं के निर्माण की गति बढ़ाना आवश्यक है। इसके लिए समन्वित प्रयास किए जाने चाहिए। वाणिज्यिक एवं औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाने में बेहतर कनेक्टिविटी की महत्वपूर्ण भूमिका है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना उत्तर प्रदेश को देश में अग्रणी बनाने में सहायक होगी।
जमीन
अधिग्रहण
के
लिए
दी
4000
करोड़
रुपए
की
राशि
उन्होंने
इस
एयरपोर्ट
के
विकास
के
कारण
विस्थापित
होने
वाली
परिसंपत्तियों/
अवसंरचनाओं
के
सम्बंध
में
विस्तृत
समीक्षा
बैठक
की
एवं
सभी
को
समय
से
इससे
जुड़े
समस्त
कार्य
को
पूरा
करने
के
निर्देश
दिए।
इसके
साथ
जेवर
इंटरनेशनल
एयरपोर्ट
के
निर्माण
दूसरे
चरण
की
जमीन
अधिग्रहण
के
लिए
4000
करोड़
रुपए
की
राशि
जारी
कर
दी
है।
सरकार
ने
साथ
ही
यमुना
एक्सप्रेसवे
इंडस्ट्रियल
डेवलपमेंट
अथॉरिटी
को
काम
शुरू
करने
का
निर्देश
दिया
है।
सात
गांवों
की
1365
हेक्टेयर
जमीन
का
होगा
अधिग्रहण
बता
दें,
जेवर
इंटरनेशनल
एयरपोर्ट
के
लिए
दूसरे
चरण
में
सात
गांवों
की
1365
हेक्टेयर
जमीन
का
अधिग्रहण
किया
जाएगा।
यमुना
एक्सप्रेस-वे
अथॉरिटी
के
अधिकारियों
के
मुताबिक,
सरकार
से
इस
बाबत
काम
शुरू
करने
के
निर्देश
मिल
गए
है।
जेवर
इंटरनेशनल
एयरपोर्ट
के
लिए
पहले
चरण
में
1334
हेक्टेयर
जमीन
का
अधिग्रहण
किया
गया
है,
जिस
पर
अप्रैल
में
काम
शुरू
हो
जाएगा।
पहले
चरण
के
प्रोजेक्ट
का
काम
स्विस
कंपनी
को
दिया
गया
है,
जो
अगले
कुछ
महीनों
में
काम
शुरू
कर
देगी।
जेवर
एयरपोर्ट
के
लिए
दूसरे
चरण
में
1365
हेक्टेयर,
तीसरे
फेज
में
1318
और
चौथे
फेज
में
735
हेक्टेयर
जमीन
अधिगृहित
की
जानी
है।
पांच
रन-वे
बनेंगे
यमुना
एक्सप्रेसवे
अथॉरिटी
के
चीफ
एग्जीक्यूटिव
ऑफिसर
अरुण
वीर
सिंह
ने
बताया
पहले
चरण
के
प्रोजेक्ट
के
तहत
दो
रनवे
बनाए
जाने
हैं,
जिसके
साथ
ही
2023-24
तक
इस
एयरपोर्ट
से
फ्लाइट
ऑपरेशन
शुरू
हो
जाएंगे।
इस
जेवर
इंटरनेशनल
एयरपोर्ट
पर
कुल
पांच
रन
वे
बनेंगे।
एयरपोर्ट
करीब
5000
हेक्टेयर
क्षेत्र
में
बनेगा
और
इस
महत्वाकांक्षी
प्रोजेक्ट
के
निर्माण
में
15
से
20
हजार
करोड़
रुपए
की
लागत
आने
का
अनुमान
है।
जेवर
इंटरनेशनल
एयरपोर्ट
में
पहले
चरण
के
निर्माण
के
लिए
बुलंदशहर
के
छह
गांवों
की
जमीन
का
अधिग्रहण
किया
गया
है।
इनमें
रोही,
परोही,
रणहेड़ा,
किशोरपुर,
बनवारीबास
और
दयानतपुर
शामिल
है।
दूसरे
चरण
के
काम
के
लिए
सात
गांव
की
जमीन
का
अधिग्रहण
होगा।