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राजीव गांधी

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राजीव गांधी

देश के प्रख्यात राजनीतिक विरासत वाले परिवार में जन्में राजीव गांधी की नियती में ही राजनीति लिखी थी। 1984 में मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी ने देश के छठें और सबसे युवा प्रधानमंत्री के तौर पर देश की कमान अपने हाथों में ली। राजीव गांधी के नाना और देश के पहले प्रधानमंत्री जवहार लाल नेहरू थे, इसी वजह से राजीव का अधिकांश बचपन राजनीतिक गलियारों में ही बिता था। राजीव ने नाना के काम करने के तौर तरीकों को और सियासी फैसलों को करीब से महसूस किया था। इन सबके बावजूद राजीव गांधी ने शुरूआत में ही राजनीति से दूरी बनाते हुए खुद के लिए नई राह चुनी और 1966 में इंडियन एयरलाइन्स के साथ पायलट के तौर पर जुड़ गए। साथ ही इटली निवासी सोनिया गांधी से ब्याह रचा लिया।
लेकिन अचानक मां इंदिरा गांधी और भाई संजय गांधी की हत्या के बाद दुख भरे माहौल में राजीव को देश का प्रधानमंत्री चुना गया। राजीव गांधी की राजनीतिक यात्रा शुरूआत से ही चर्चा में बनी रही, क्योंकि इनके प्रधानमंत्री का पद संभालते ही एक के बाद एक घोटालों की खबरें आने लगी। इतना ही नहीं मालदीव के तख्तापलट और श्रीलंका की मदद के​ लिए सैनिकों को भेजने के परिणामस्वरूप उग्रवादी समुह लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) राजीव गांधी के खिलाफ हो गया। आखिरकार लिट्टे ने अपना बदला लिया और 1991 में राजीव गांधी की हत्या कर दी।. .

राजीव गांधी जीवनी

देश के प्रख्यात राजनीतिक विरासत वाले परिवार में जन्में राजीव गांधी की नियती में ही राजनीति लिखी थी। 1984 में मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी ने देश के छठें और सबसे युवा प्रधानमंत्री के तौर पर देश की कमान अपने हाथों में ली। राजीव गांधी के नाना और देश के पहले प्रधानमंत्री जवहार लाल नेहरू थे, इसी वजह से राजीव का अधिकांश बचपन राजनीतिक गलियारों में ही बिता था। राजीव ने नाना के काम करने के तौर तरीकों को और सियासी फैसलों को करीब से महसूस किया था। इन सबके बावजूद राजीव गांधी ने शुरूआत में ही राजनीति से दूरी बनाते हुए खुद के लिए नई राह चुनी और 1966 में इंडियन एयरलाइन्स के साथ पायलट के तौर पर जुड़ गए। साथ ही इटली निवासी सोनिया गांधी से ब्याह रचा लिया।
लेकिन अचानक मां इंदिरा गांधी और भाई संजय गांधी की हत्या के बाद दुख भरे माहौल में राजीव को देश का प्रधानमंत्री चुना गया। राजीव गांधी की राजनीतिक यात्रा शुरूआत से ही चर्चा में बनी रही, क्योंकि इनके प्रधानमंत्री का पद संभालते ही एक के बाद एक घोटालों की खबरें आने लगी। इतना ही नहीं मालदीव के तख्तापलट और श्रीलंका की मदद के​ लिए सैनिकों को भेजने के परिणामस्वरूप उग्रवादी समुह लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) राजीव गांधी के खिलाफ हो गया। आखिरकार लिट्टे ने अपना बदला लिया और 1991 में राजीव गांधी की हत्या कर दी।

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By Anushree Updated: Sunday, January 31, 2021, 12:21:41 PM [IST]

राजीव गांधी निजी जीवन

पूरा नाम राजीव गांधी
जन्म तिथि 20 Aug 1944
मृत्यु तिथि 02 Dec 1989 (उम्र 45)
जन्म स्थान मुम्बई(महाराष्ट्र)
पार्टी का नाम Indian National Congress
शिक्षा
व्यवसाय पायलट
पिता का नाम स्वर्गीय श्री फिरोज गांधी
माता का नाम स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी

राजीव गांधी शुद्ध संपत्ति

शुद्ध संपत्ति: N/A
सम्पत्ति:N/A
उत्तरदायित्व: N/A

राजीव गांधी के बारे में रोचक जानकारी

40 साल की उम्र में राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बनें। राजीव गांधी का नाम इनकी नानी कमला नेहरू पर रखा गया था। राजीव गांधी को फोटोग्राफी का भी बहुत शौक था।

राजीव गांधी का राजनीतिक जीवन

1989
  • नौवीं लोकसभा चुनाव में तीसरी बार अमेठी से चुनाव जीत कर राजीव को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष चुना गया।
1989
  • अमेठी से तीसरी बार चुनाव जीत कर राजीव गांधी ने दूरसंचार मंत्रालय का भार संभाला।
1989
  • जल मंत्रालय का कार्यभार भी राजीव गांधी ने उठाया।
1987
  • इस वर्ष राजीव गांधी ने विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी निभाई।
1987
  • कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का प्रभार भी राजीव गांधी के पास आ गया।
1986
  • राजीव गांधी ने वित्त मंत्रालय का काम काज भी देखा।
1985
  • इस साल राजीव परिवहन मंत्री बनें।
1984
  • इतना ही नहीं राजीव गांधी के पास, पर्यावरण और वन मंत्रालय के साथ ही साथ रक्षा मंत्रालय का कर्याभार भी था।
1984
  • वाणिज्य,विदेश मंत्रालय,विज्ञान और तकनीक, महासगरीय विकास और खेल, संस्कृति और पर्यटन और नागरिक उड्डयन जैसे सभी विभाग राजीव गांधी के पास ही थे।
1984
  • इस वर्ष राजीव गांधी प्रधानमंत्री चुने गए और इन्होंने खुद ही लगभग सभी मंत्रालय संभाले।
1984
  • राजीव ने इस बार छोटे भाई की पत्नी मेनका गांधी को हराकर अमेठी से फिर से चुनाव जीता।
1980
  • लोकसभा चुनाव के दौरान राजीव गांधी ने अमेठी लोकसभा सीट से जीत दर्ज की।

पूर्व इतिहास

1970
  • इंडियन एयरलाइन्स में 1970 से 1989​​ तक पायलट के तौर पर काम किया।

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