11 मार्च को योगी के 11 ट्वीट के ये हैं राजनीतिक संदेश
नई दिल्ली। योगी आदित्यनाथ ने 11 मार्च को 11 राजनीतिक ट्वीट किए। वैसे संख्या 13 है, मगर दो ट्वीट इथियोपियाई एयरलाइंस के विमान दुर्घटना से जुड़ी रहीं। ये 11 ट्वीट योगी आदित्यनाथ ने 2019 के आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए किए और इन ट्वीट्स में उत्तर प्रदेश में आदित्यनाथ की सियासत या कहें कि यूपी में बीजेपी की रणनीति को समझा जा सकता है।
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राहुल शत्रु नम्बर वन
पहला ट्वीट दरअसल स्मृति ईरानी के उस ट्वीट के जवाब में है जिसमें उन्होंने जानना चाहा है कि कि राहुल गांधी और पाकिस्तान में जो समान बात है वह है आतंकियों के लिए प्रेम। इसके जवाब में योगी आदित्यनाथ लिखते हैं कि राहुल गांधी उतना ही बोलते हैं जितना रटाया जाता है। वे उन पर आतंकियों को बिरयानी खिलाने और अब सेना के शौर्य का सबूत मांगने वाला भी बताते हैं। पहले ट्वीट से ही साफ है कि न सिर्फ बीजेपी के लिए देश में, बल्कि योगी आदित्नाथ के लिए उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा शत्रु राहुल गांधी और कांग्रेस हैं।
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बुआ-बबुआ योगी आदित्यनाथ के लिए हैं दुश्मन नम्बर दो
दूसरे ट्वीट में योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि बुआ और बबुआ का गठबंधन भ्रष्ट है। जाहिर है कि योगी के लिए यूपी में दूसरे नम्बर का शत्रु एसपी-बीएसपी गठबंधन है। दोनों को एक साथ भ्रष्ट कहने का वे सबूत तो नहीं रखते लेकिन इसी ट्वीट में वे आगे लिखते हैं कि जीरो से गुणा करने पर जीरो ही आता है। इसी तरह सपा के पांच को बीएसपी के जीरो से गुणा करने पर जीरो ही आएगा। बात समझ में नहीं आयी। गुणा करने का मतलब तो लड़ना होता है। अगर एसपी के पांच को बीजेपी के 71 से गुणा करें, तो 355 होता है। क्या यूपी में बीजेपी से लड़कर एसपी देश में 355 का आंकड़ा पैदा करने वाले हैं? अगर यह बात अतिशयोक्ति है, तो यह बात भी अतिशयोक्ति है कि एसपी के 5 और बीएसपी के 0 जुड़कर 5 नहीं होंगे, बल्कि उनके लड़ने से यानी गुणा करने से नतीजा शून्य होगा।
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तीसरे नम्बर पर रमजान में चुनाव कराने के विरोध से बेचैनी
तीसरे ट्वीट में रमजान के महीने में चुनाव कराए जाने से जुड़ी आपत्तियों को योगी आदित्यनाथ गलत ठहरा रहे हैं। वे पर्व-त्योहार को संवैधानिक परम्परा का हिस्सा बताते हुए कह रहे हैं कि मुसलमान रमजान मनाएं। उन्हें त्योहार मनाने से कौन रोक रहा है? यह तीसरा ट्वीट भी संकेत देता है कि उन्हें मुसलमानों की नाराज़गी का डर सता रहा है या फिर वे मुसलमानों को आश्वस्त कर रहे हैं कि वे किसी और के झांसे में न आएं।
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चौथे और पांचवें नम्बर पर विपक्ष है निशाना
चौथा और पांचवां ट्वीट विपक्ष के नाम है। इसमें योगी आदित्यनाथ एनडीए और महागठबंधन की तुलना करते हैं। वे बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को विकास, सुशासन और सुरक्षा के मुद्दे पर खड़ा गठबंधन बताते हैं तो विपक्ष के गठबंधन को तमाम नकारात्मकताओं के साथ महामिलावटी गठबंधन करार देते हैं। वे विपक्ष पर आरोप लगाते हैं कि मोदी सरकार को अस्थिर करने और अराजकता का माहौल बनाने के लिए विपक्ष कुत्सित बयानबाजी कर रहा है। विपक्ष को योगी आदित्यनाथ ने निशाना बनाने में चौथा और पांचवां नम्बर स्पष्ट रूप से दिया है।
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पुलवामा और उरी की घटना से अनजान दिखे योगी आदित्यनाथ
पुलवामा हमला और ‘पाक अधिकृत कश्मीर में एयर स्ट्राइक' के रूप में छठा और सातवां ट्वीट योगी आदित्यनाथ ने किया है। ‘उरी सर्जिकल स्ट्राइक' का भी जिक्र उन्होंने किया है। आतंकवाद और पाकिस्तान योगी आदित्यनाथ के दो और दुश्मन नज़र आते हैं। मगर, इस क्रम में योगी आदित्यनाथ ने अपनी इस घोर अज्ञानता से उन्होंने देश को रू-ब-रू कराया है। ताजा सर्जिकल स्ट्राइक पीओके में नहीं पाकिस्तान के बालाकोट में हुई, इस बारे में उनकी अज्ञानता क्षमा को योग्य नहीं लगती। वहीं, ‘उरी सर्जिकल स्ट्राइक' को भी उनकी अज्ञानता ही मान लें। क्योंकि ऐसा कोई सर्जिकल स्ट्राइक है ही नहीं। सच ये है कि उरी पर हमले के बाद भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। बहरहाल अज्ञानता के साथ ही सही वे आतंकवाद और पाकिस्तान को छठे और सातवें नम्बर पर चुनाव का मुद्दा मानते दिख रहे हैं।
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योगी का आत्मविश्वास 8वें नम्बर पर
योगी आदित्यनाथ ने 8वें नम्बर अपने उस आत्मविश्वास को रखा है जिसमें उन्हें भाजपा गटबंधन को प्रचंड बहुमत मिलने की उम्मीद उन्होंने जतायी है। वे यूपी में 74 प्लस के लक्ष्य को लेकर आश्वस्त नज़र आते हैं। वहीं उन्होंने अमेठी और आजमगढ़ में भी विपक्ष को हराने की ताल ठोंकी है। अपने आत्मविश्वास का विश्वास वे मतदाताओं को क्यों दिला रहे हैं, यह समझ से परे लगता है।
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नवें ट्वीट में मोदी को चमत्कारी भी बताते हैं योगी, यथार्थवादी भी
नवें ट्वीट में योगी आदित्यनाथ योगी के नेतृत्व में कामयाबी का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जितनी सीढ़ियां उनके नेतृत्व में देश ने चढ़ी है, उतनी ऊंचाई किसी और दल के नेतृत्व में मुमकिन नहीं होता। वे एक साथ मोदी के नेतृत्व को चमत्कारी भी बताते हैं और यह भी कहते हैं कि मोदीजी हैं तो मुमकिन है। इस तरह मोदी का नेतृत्व और उस नेतृत्व का चमत्कार उनके ट्वीट में नवें नम्बर पर है।
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10वें ट्वीट में फिर अखिलेश यादव पर हमला
10वां ट्वीट आते-आते योगी आदित्यनाथ अचानक अखिलेश यादव पर हमला बोलने लग जाते हैं। वे अस्तित्व बचाने के लिए उन्हें बुआ की गोदी में बैठने वाला बताते हैं। इस ट्वीट से ऐसा लगता है मानो वे फॉलो कर रहे हों कि अखिलेश आखिर किस राजनीतिक धारा को पकड़ते दिख रहे हैं। इस ट्वीट से अखिलेश से डर और उनका मायावती से हाथ मिलाना योगी आदित्यनाथ को खलता दिख रहा है।
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जाति-धर्म से ऊपर उठकर यूपी को नये सफर पर ले जाना चाहते हैं योगी
11वें ट्वीट में योगी आदित्यनाथ कवि हो चले हैं। यानी आगे बढ़ने की यह भी एक धारा है। वे जाति-धर्म से ऊपर उठकर विकास की बात कर रहे हैं। वे लिखते हैं कि उत्तर प्रदेश ऐसा अभिमान गढ़ रहा है कि उस पर समूचा हिन्दुस्तान गर्व कर रहा है। वे सबको साथ लेकर उत्तर प्रदेश को नये सफर पर ले जाने की बात रहे हैं। उन्होंने नारा दिया है-नए सफर पर प्रदेश पर उत्तर प्रदेश। इस तरह जाति-धर्म से ऊपर उठना, विकास की बात करना और नये सफर पर यूपी को ले चलने की बात योगी आदित्यनाथ की ओर से 11वें नम्बर है।
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