जम्मू-कश्मीर में 'गुपकार' पर अनुराग ठाकुर का वार करेगा 'DDC' के चुनावों में भाजपा की नैया पार!
मोदी सरकार के द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए जब से हटाई गयी है, तब से भारत की जनता के साथ-साथ पूरी दुनिया में जम्मू-कश्मीर में घटित एक-एक छोटे-बड़े घटनाक्रम पर विश्व के अधिकांश दिग्गजों की नज़रें लगी रहती हैं। राज्य में आतंकियों के भय को समाप्त करके जम्हूरियत को सशक्त बनाने के लिए 'जिला विकास परिषद' (डीडीसी) के चुनाव इन दिनों चल रहे हैं। दिल व दिमाग से हर स्तर के चुनावों में भाग लेने वाले भाजपा के मौजूदा शीर्ष नेतृत्व के लिए यह चुनाव बहुत सारे मायनों में बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने राज्य में अपने चुनावी लक्ष्य व अन्य राजनीतिक मकसदों को पूरा करने के लिए अपने बेहद लोकप्रिय राजनेता, युवा तुर्क, कुशल रणनीतिकार केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री 'अनुराग ठाकुर' को जम्मू-कश्मीर राज्य में चुनाव प्रभारी बनाकर भेजा है।
उनके नेतृत्व में राज्य में 'डीडीसी' में भाजपा अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के लिए दिन-रात धरातल पर कार्य कर रही है। देश की राजनीति में मेहनत के बलबूते अपनी अलग पहचान बनाने वाले अनुराग ठाकुर चुनावों में विजय पताका लहराने के लिए कारगर चुनावी रणनीति बनाकर धरातल पर दिन-रात कार्यकर्ताओं से सामंजस्य बिठाकर मेहनत करने में व्यस्त हैं। अनुराग ठाकुर के धुआंधार प्रचार व 'गुपकार गठबंधन' पर जबरदस्त आक्रमक प्रहार से राज्य में सर्दियों के मौसम में भी राजनीतिक गतिविधियों की वजह से राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त गर्माहट आ गयी है। अनुराग ठाकुर की आक्रमक शैली की वजह से उनकी काट ढूंढने में नाकाम 'गुपकार गठबंधन' बेहद परेशान है। जिसके चलते भाजपा के कार्यकर्ताओं व समर्थकों का चुनावी जोश बहुत हाई है। वैसे भी राज्य में अभी तक संपन्न हुए चुनावों के मत प्रतीशत ने यह साबित कर दिया है कि राज्य से आतंक के आकाओं का भय अब बहुत जल्द समाप्त होने वाला है और आम जनमानस का भारत के प्रति व देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति दृढ़ विश्वास स्पष्ट रूप से झलक रहा है। 'डीडीसी' के चुनाव प्रचार में अनुराग ठाकुर की बिछाई राजनीतिक बिसातों ने 'गुपकार गठबंधन' की नीद उड़ाकर रख दी है।
जिस तरह से मोदी सरकार के सशक्त नेतृत्व व कुशल प्रबंधन में जम्मू-कश्मीर राज्य में जम्हूरियत व अमन चैन का राज तेजी से क़ायम हो रहा है, वह स्थिति दशकों से आतंक की मार झेल रहे राज्य के लिए बेहद बेहतर है। मोदी सरकार में राज्य के लोग आतंक से खौफजदा ना होकर अब चुनावों में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं, चुनाव के समय बनी राज्य की हालात पर कहा जा सकता है कि अब राज्य के आम नागरिक आज़ादी व अमन चैन का दिल खोलकर अभिनंदन कर रहे हैं। इस स्थिति का भाजपा के तेजतर्रार चुनावी चाणक्य अनुराग ठाकुर भरपूर लाभ उठा रहे हैं, वह अपनी हर छोटी-बड़ी जनसभा में 'गुपकार गठबंधन' पर हमलावर होकर गठबंधन में शामिल सभी राजनीतिक दलों की जमकर पोल खोल रहे हैं। वह 'गुपकार गठबंधन' को लगातार भारत का विरोधी बताकर और चीन-पाकिस्तान का पैरोकार बताकर मतदाताओं को भाजपा के प्रति आकर्षित करने का काम बाखूबी कर रहे हैं, हालांकि यह तो आने वाले वक्त ही बतायेगा की उन आकर्षित लोगों में से कितने लोगों ने भाजपा को वास्तव में वोट दी हैं।
लोकतंत्र की मजबूती के लिए जम्मू-कश्मीर में DDC चुनाव अहम, लोग चाहते हैं शांति: अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर का मानना है कि अब जम्मू-कश्मीर राज्य के लोग पाक परस्त अराजकता, आतंकवाद के साथ नहीं हैं बल्कि लोकतंत्र व मोदी सरकार के द्वारा किये जा रहे विकास के साथ हैं। जिस घाटी में पहले 3-5 प्रतीशत वोट पड़ते थे अब वहाँ 35-40 प्रतीशत वोट पड़ रहे हैं। यह भारतीय लोकतंत्र व मोदी सरकार की एक बड़ी रणनीतिक जीत है। ठाकुर जिस तरह से अपनी जनसभाओं में कह रहे हैं कि पाकिस्तान को हमने 65 में भी धूल चटाई, 71 में भी उन्होंने मुँह की खाई, कारगिल युद्ध में भी वो हारे। लेकिन फिर भी 'गुपकार गठबंधन' पाकिस्तान के सहयोग से जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 वापस लाना चाहता है, उन्हें इतिहास से सबक़ लेना चाहिए की आगे भी उनका यही हश्र होगा। अनुराग ठाकुर प्रचार में कहते है कि 70 सालों से गुपकारों ने जम्मू-कश्मीर को ग़ुलाम की तरह बंधक बना कर रखा। दशकों तक सत्ता की मलाई खाने वालों ने प्रदेश व यहाँ की जनता के साथ सौतेला व्यवहार किया। गुपकारों ने सिर्फ़ सत्ता में नहीं बल्कि घोटालों में भी परिवारवाद की जड़ों को मज़बूत किया, जिसका 'गुपकार गठबंधन' पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं है।
अनुराग अपने प्रचार में केंद्र की मोदी सरकार ने जो राज्य के लिए विभिन्न योजनाएं बनायी, गरीबी उन्मूलन तथा विकास के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं, जिनका आम जनता को लाभ पहुंच रहा है उनका बखान करना नहीं भूलते हैं। वह अपने प्रचार में लोगों को समझाते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर राज्य के सभी निवासियों का जमीनी स्तर पर सर्वांगीण विकास करना चाहते हैं, लेकिन 'गुपकार गठबंधन' लगातार अपना देश विरोधी एजेंडा चला रहा है। यह लोग राज्य में चीन की मदद से अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहते हैं, लेकिन वह कभी अपने इरादों में सफल नहीं हो पाएंगे और अब तो राज्य की जनता भी 'गुपकार गठबंधन' को चुनावों में नकार रही है। हालांकि अभी तक के चुनावों में भारी सुरक्षा के बीच लोग लंबी-लंबी लाईनों में लगकर उत्साह के साथ वोट डालने के लिए आगे आ रहे हैं। राज्य में आठ चरणों में 19 दिसंबर तक वोटिंग होगी और 22 दिसंबर की मतगणना में ही असली पता चलेगा कि अनुराग ठाकुर की मेहनत कितना रंग लाती है।
(इस लेख में व्यक्त विचार, लेखक के निजी विचार हैं. आलेख में दी गई किसी भी सूचना की तथ्यात्मकता, सटीकता, संपूर्णता, अथवा सच्चाई के प्रति Oneindia उत्तरदायी नहीं है।)