पैगंबर पर टिप्पणी: ममता ने उठाई भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी की मांग, लगाया देश तोड़ने का आरोप
नई दिल्ली, 09 जून: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा नेताओं द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर की गई टिप्पणियों की निंदा की है। टिप्पणी को 'अभद्र भाषा' करार देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि इन टिप्पणियों से 'हिंसा फैल गई' और 'देश के (धर्मनिरपेक्ष) ताने-बाने का विभाजन' हुआ है। उन्होंने सभी धर्मों, जातियों और समुदायों के लोगों से उकसावे के बावजूद शांति बनाए रखने का आह्वान किया। ममता बनर्जी ने मांग की कि आरोपी नेताओं को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को बिना नाम लिए सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, कुछ भाजपा नेताओं द्वारा हाल ही में की गईं घृणित और अभद्र टिप्पणियों की निंदा करती हूं, जिसके परिणामस्वरूप न केवल हिंसा फैली, बल्कि देश के ताने-बाने का विभाजन भी हुआ, जिससे शांति और सौहार्द बिगड़ा। मैं दृढ़ता से चाहती हूं कि भाजपा के आरोपी नेताओं को तुरंत गिरफ्तार किया जाए ताकि देश की एकता भंग न हो और लोगों को मानसिक पीड़ा का सामना न करना पड़े।
बनर्जी ने लोगों से राष्ट्र के व्यापक हित में शांति बनाए रखने की अपील भी की। उन्होंने कहा, साथ ही, मैं सभी जातियों, पंथों, धर्मों और समुदायों के अपने सभी भाइयों और बहनों से आम लोगों के व्यापक हित में शांति बनाए रखने की अपील करती हूं। दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की।
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बीजेपी के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पश्चिम एशियाई देशों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया गया। वहीं, भारत ने इस मुद्दे पर इस्लामिक देशों के संगठन (ओआईसी) की टिप्पणियों को सिरे से खारिज किया। कुवैत, कतर और ईरान द्वारा नूपुर शर्मा तथा नवीन जिंदल की टिप्पणियों पर भारतीय राजदूतों को तलब किए जाने के बाद, सऊदी अरब, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), इंडोनेशिया, बहरीन, मालदीव और ओमान सहित कई इस्लामी देशों ने भी टिप्पणियों की निंदा की। विवाद के बाद, भाजपा ने जिंदल को निष्कासित कर दिया और शर्मा को निलंबित कर दिया।