Varanasi: ओझा से अवैध संबंध के शक में पत्नी-सास और साले की हत्या, दामाद ने पकड़े जाने पर बताई हकीकत
वाराणसी में अवैध संबंध के शक में पत्नी-सास और साले की हत्या के आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े जाने पर आरोपी को भेज दिया गया जेल।
Varanasi जिले के राजातालाब थाना क्षेत्र के मिल्कीपुर गांव में मां बेटी और बेटे की हत्या के आरोपी दामाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक अपराध मुख्यालय संतोष सिंह द्वारा आरोपी को मीडिया के सामने पेश किया गया। पुलिस द्वारा बताया गया कि आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अपनी सास-पत्नी और साले की हत्या की है। अवैध संबंध का शक होने के चलते आरोपी द्वारा घटना को अंजाम दिया गया।
तीन हत्याओं से दहल उठे लोग
दरअसल, वाराणसी जिले के राजातालाब थाना क्षेत्र के मिल्कीपुर गांव में गुरुवार को दोपहर में गांव की रहने वाली 56 वर्षीय रानी गुप्ता और उसकी 30 वर्षीय बेटी पूजा गुप्ता तथा 25 वर्षीय बेटे मोहन गुप्ता का शव मकान से बरामद किया गया था। घर में एक साथ 3 लोगों की हत्या किए जाने की सूचना मिलते ही जिले में हड़कंप मच गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच पड़ताल किए। घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड और फिल्ड यूनिट द्वारा भी जांच पड़ताल किया गया। पहले यह बात सामने आई कि मरने वाले में महिला का दामाद शामिल है लेकिन बाद में पता चला कि दामाद की जगह महिला के बेटे की हत्या हुई है।
बांस के डंडे से तीनों को मार डाला
ऐसे में महिला और उसके बेटे तथा बेटी की लाश मिलने के बाद दामाद अपने घर से फरार हो गया था। शनिवार को पुलिस ने दामाद को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े जाने पर उसने स्वीकार किया कि सोमवार को ही वह तीनों की हत्या कर दिया था। उसने बताया कि सोमवार को वह अपने ससुराल में पहुंचा, उनका साला मोहन गुप्ता घर के बाहर कुर्सी पर बैठा हुआ था जबकि सास मटर छील रही थी और उसकी पत्नी पूजा किचन में खाना बना रही थी। इसी बीच सास से अरबिंद की कहासुनी होने लगी और बांस का डंडा उठाकर अरबिंद ने अपने सास के उपर वार कर दिया। उसके बाद पत्नी पूजा पहुंची तो उसे भी उसने उसी डंडे से मार डाला। पत्नी को मारने के दौरान उसका साला मोहर भी कमरे में आ गया। मोहन के ऊपर भी अरबिंद ने उसी डंडे से वार कर दिया। इस तरह तीनों की मौत हो जाने के बाद वहां से अपने बच्चों को लेकर अरबिंद फरार हो गया।
कोर्ट में करने पहुंचा था समर्पण
बताया जा रहा है कि हत्या करने के बाद वह अपने घर गया और अपने बड़े भाई तथा अन्य लोगों को इसके बारे में जानकारी। जानकारी मिलने के बाद मंगलवार को अपने घर से फरार रहा। उसके बाद वह कचहरी पहुंचा और एक अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में समर्पण करने के लिए भी बात किया। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि थाने में मुकदमा दर्ज ना होने के चलते वह न्यायालय में समर्पण नहीं कर सका। मंगलवार और बुधवार को भी किसी को इस घटना की जानकारी नहीं हो सकी ऐसे में एक एक दिन गुजरता रहा। ऐसे में आरोपी अरविंद गुप्ता अपने घर से फरार रहा और इस मामले की जानकारी लेता रहा। गुरुवार को तीनों की लाश बरामद होने के बाद आरोपी अरबिंद न्यायालय में समर्पण करने की तैयारी कर रहा था उससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
ओझा से अवैध संबंध का लगाया आरोप
पुलिस की पूछताछ में आरोपी दमाद अरविंद गुप्ता ने बताया कि उसकी पत्नी पूजा गुप्ता भूत प्रेत का बहाना बनाकर पूजा करने के लिए अक्सर ही अपने मायके चली जाती थी। अरविंद ने यह भी बताया कि उसके साथ रानी देवी और पनियरा निवासी अलगू नामक एक ओझा के बीच काफी समय से अवैध संबंध था। यही कारण था कि रानी देवी के पति भोलानाथ और उसके बड़े बेटे दीपक उससे अलग रहते थे। अरविंद ने आरोप लगाया कि पूजा भी अलगू के बहकावे में आ गई थी। इस बात को लेकर अरविंद और पूजा में आए दिन झगड़ा होता रहता था। अरविंद को शक था कि पूजा और अलगू के बीच भी अवैध संबंध है। इस बात की शिकायत उसने अपनी सास रानी गुप्ता से भी की थी। घटना के दिन भी इसी बात को लेकर किसकी होने लगी जिस पर उसने बांस के डंडे से सास, पत्नी और साले तीनों को जान से मार डाला।
Recommended Video