वाराणसी: बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव की बढ़ी मुश्किलें, कैंट थाने में दर्ज हुआ यह मुकदमा
Varanasi News, वाराणसी। बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द होने के बाद कैंट थाने में उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता का मुकदमा दर्ज किया गया है। तेज बहादुर पर आरोप है कि नामांकन रद्द होने के बाद उन्होंने कचहरी परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया था। बता दें कि अधिवक्ता कमलेश चंद त्रिपाठी की तहरीर पर वाराणसी पुलिस ने कैंट थाने में तेज बहादुर और उनके साथ मौजूद बीएसएफ के बर्खास्त जवानों पर धारा 148 और 188 के तहत मामला दर्ज किया है।
नामांकन रद्द होने के बाद किया था हंगामा
वाराणसी के एसएसपी आंनद कुलकर्णी ने बताया कि 1 मई को तेज बहादुर से चुनाव आयोग की ओर से दिये गए नोटिस का जबाब मांगा गया था। उन्होंने तय समय के अंदर नोटिस का जबाब नहीं दिया जिसके बाद उनका नामांकन चुनाव आयोग से रद्द कर दिया गया। इस बात की जानकारी देने के लिए उन्हें रिटर्निंग ऑफिसर ने कार्यालय में बुलाया था और नामांकन रद्द होने की जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद तेज बहादुर के साथ नामांकन स्थल पर उनके साथ मौजूद बर्खास्त जवान और सपा समर्थक ने बलवा करने जैसा माहौल बना दिया था। एसएसपी आंनद कुलकर्णी ने बताया कि तेज बहादुर पर धारा 188, 148 पर मुकदमा दर्ज हुक है। वही एडीएम सिटी विनय सिंह ने बताया कि इस मामले को गम्भीरता से लिया गया है और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा पर लगाया था 50 करोड़ का ऑफर देने का आरोप
बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने बीजेपी पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। तेज बहादुर यादव ने कहा कि निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने के बाद जब घर गए थे तो वहां पर बीजेपी के लोगों ने बनारस से चुनाव नहीं लड़ने के लिए 50 करोड़ का ऑफर दिया था। मेरे उपर चुनाव नहीं लड़ने का बहुत दबाव बनाया गया था। बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव से जब मीडिया ने ऑफर देने वालों का नाम पूछा तो उन्होंने कि वह नहीं बता सकते हैं। वह बहुत शातिर लोग हैं और नाम खुल गया तो उनकी हत्या की जा सकती है।
अब करेंगे शालिनी के लिए चुनाव प्रचार
समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ गठबंधन के प्रत्याशी शालिनी यादव और बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता करके आगे साफ किया है कि वाराणसी से उम्मीदवार शालिनी यादव ही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए तेज बहादुर यादव ने कहा कि मेरा नामांकन पत्र खारिज होने के पीछे सीधे-सीधे हाथ नरेंद्र मोदी का है, मेरे चुनावी मैदान में आने और गठबंधन का प्रत्याशी बनाए जाने से सभी डरे हुए थे, जिसके बाद चुनाव आयोग के दफ्तर में बीजेपी के कई बड़े नेता पहुंचकर मेरा नामांकन पत्र खारिज करवाया है। तेज बहादुर ने कहा कि अब मेरा नामांकन पत्र खारिज हो चुका है, हम इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे और चुनाव तक वाराणसी में रुककर शालिनी यादव के लिए प्रचार करेंगे।
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