वाराणसी एयरपोर्ट पर यात्री का चेहरा देखते ही खुल जाएगा गेट, पहचान पत्र लाना जरूरी नहीं
वाराणसी एयरपोर्ट पर पहचान पत्र लाना जरूरी नहीं होगा अब यात्री का चेहरा देखते ही खुल जायेगा गेट, 15 अगस्त से मिलेगी डीजी यात्रा की सुविधा
वाराणसी, 02 अगस्त : वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 15 अगस्त से डीजी यात्रा सेवा का शुभारंभ किया जाना है। इसके लिए मंगलवार को वाराणसी एयरपोर्ट पर इसका अंतिम ट्रायल प्रारंभ किया गया। यह सेवा प्रारंभ हो जाने से यात्रियों को अब पहचान पत्र साथ में लेकर चलने की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं बोर्डिंग पास भी साथ में रखना नहीं पड़ेगा। मंगलवार को वाराणसी से दिल्ली जाने वाले इंडिगो एयरलाइंस के विमान 6ई2096 से जाने वाले यात्रियों पर इसका ट्रायल किया गया। इस विमान से 150 यात्री जाने वाले थे जिसमें 62 यात्रियों ने डीजी यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन किया और इसी माध्यम से दिल्ली प्रस्थान किये।
हवाई यात्री इस तरह करें पंजीकरण
डीजी यात्रा का लाभ उठाने के लिए वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद डी-2 गेट पर लगे कि कियॉस्क मशीन में यात्री द्वारा सेल्फ रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा। इसमें आपको अपना आधार कार्ड का नंबर दर्ज करना पड़ेगा। उसके बाद मशीन आपकी आयरिश, फेस और फिंगर प्रिंट को भी स्कैन करेगी। इस तरह रजिस्ट्रेशन सफल हो जाएगा उसके बाद यात्री टर्मिनल भवन में प्रवेश कर जाएंगे। एक बार रजिस्ट्रेशन करने के बाद साल भर तक हवाई यात्रा के दौरान इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।
तैनात किए गए डीजी यात्रा सहायक
एयरपोर्ट निदेशक ने बताया कि कियॉस्क मशीन में रजिस्ट्रेशन करने के दौरान यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए डी-2 गेट पर डीजी यात्रा सहायकों को तैनात किया गया है। एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद डीजी यात्रा के रजिस्ट्रेशन के अलावा अन्य प्रकार की जानकारियों के लिए इन सहायकों से पूछताछ की जा सकती है और मदद ली जा सकती है।
वाराणसी और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर मिलेगी यह सुविधा
15 अगस्त को वाराणसी और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर डीजी यात्रा का शुभारंभ कर दिया जाएगा। उसके बाद इन दोनों हवाई हवाईअड्डों से यात्रा करने वाले यात्री डीजी यात्रा का लाभ उठा सकते हैं। अभी देश के दो हवाई अड्डों पर ही यह सेवा प्रारंभ की जाएगी यदि इन दोनों हवाई अड्डों पर यह सेवा सफल रही तो देश के अन्य हवाई अड्डों पर भी इसे प्रारंभ किया जाएगा।
मैनुअल तरीके से भी प्रवेश कर सकेंगे यात्री
एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि सभी यात्रियों के लिए यह आवश्यक नहीं है। जो यात्री मैनुअल तरीके से जांच कराने के बाद जाना चाहते हैं वे गेट संख्या डी-1 का इस्तेमाल करेंगे। डीजी यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन कराने के लिए यात्रियों पर दबाव भी नहीं डाला जाएगा। हालांकि जांच के दौरान लगने वाले समय से बचने के लिए यात्री स्वयं है इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
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