उत्तराखंड की बेटियों को मिलेगा 'महालक्ष्मी सुरक्षा कवच', तीरथ सरकार ने दी मंजूरी
देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में जन्म लेने वाली बेटियों को महालक्ष्मी सुरक्षा कवच प्रदान करने जा रही है। शुक्रवार को हुई कैबिनेट की एक बैठक में 'मुख्यमंत्री सौभाग्यवती किट' योजना को मंजूरी दी गई। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में ही महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य की पहल पर मुख्यमंत्री सौभाग्यवती किट योजना का खाका खींचा गया था, लेकिन अब वर्तमान की तीरथ सरकार ने इसका नाम बदलकर मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट कर दिया है। बता दें कि इस योजना के अंतर्गत बेटी होने पर प्रत्येक परिवार को रोजाना काम आने वाले जरूरी सामानों की एक किट सौंपी जाएगी।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य के अनुसार किसी भी परिवार में बेटी के जन्म लेने पर बेटी और मां को यह किट प्रदान की जाएगी। करीब साढ़े तीन हजार रुपये मूल्य की इस किट में माता के लिए बादाम, छुआरा, साड़ी, सूट, स्कार्फ, बेडशीट, हैंडवाश, साबुन, मौजे, नेलकटर आदि सामग्री दी जाएगी। बेटी के लिए सूती कपड़े, तौलिया, कंबल, रबरशीट, तेल, साबुन आदि सामग्री दी जाएगी। परिवार में दो बेटियां को यह किट दी जाएंगी। किट के साथ टीकाकरण से संबंधित संदेश भी मिलेगा।
इसके साथ ही संबंधित परिवार को मुख्यमंत्री और महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री की ओर से शुभकामना संदेश का कार्ड भी प्राप्त होगा। यह योजना आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से संचालित की जाएगी। विभागीय मंत्री आर्य ने कहा कि बेटी का जन्म होने पर यही कहा जाता है कि घर में लक्ष्मी आई है। इसी के दृष्टिगत योजना का नाम बदलकर महालक्ष्मी किट किया गया है।विभागीय मंत्री आर्य ने बताया कि योजना के तहत बेटी के जन्म लेने पर माता और बेटी को दो किट दी जाएंगी। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में इसके लिए निश्शुल्क फार्म उपलब्ध होगा। आवेदन होने पर इसे वेब पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। योजना के जरिये लैंगिक अनुपात में सुधार के साथ ही मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना भी उद्देश्य है।
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