पाकिस्तान से आए 48 सिख श्रद्धालुओं का जत्था पहुंचा हेमकुंड साहिब, सिखों का पवित्र स्थान है हेमकुंड साहिब
पाकिस्तान से आए 48 सिख श्रद्धालुओं ने की हेमकुंड साहिब यात्रा
देहरादून, 20 सितंबर। पाकिस्तान के पेशावर से 48 सिख श्रद्धालुओं का जत्था हेमकुंड साहिब की यात्रा पर हैं। जो कि सोमवार को घांघरिया पहुंचने के बाद मंगलवार को हेमकुंड साहिब पहुंचे। श्रद्धालुओं का जत्था शनिवार शाम को गोविंदघाट पहुंचा था।
पवित्र सरोवर में स्नान कर गुरूग्रंथ साहब के आगे मत्था टेका
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रुप के सभी लोग पहली बार उत्तराखंड आए हैं। मंगलवार सुबह सभी हेमकुंड साहिब पहुंचे। हेमकुंड पहुंचकर सभी सिख यात्रियों ने कडाके की ठंड व हल्की बारिश के बावजूद पवित्र सरोवर में स्नान कर गुरूग्रंथ साहब के आगे मत्था टेका। दर्शन के बाद शाम को वापस घांघरिया लौटे। श्रद्धालु 21 सितंबर को गोविंदघाट और 22 सितंबर को ऋषिकेश के लिए प्रस्थान करेंगे। उन्होंने बताया कि यहां सभी लोग अपने परिवार के साथ आए हैं। इन यात्रियों में दो लोग 70-70 साल के भी हैं। सभी हेमकुंड साहिब की यात्रा पर पहली बार उत्तराखंड आए हैं। इस जत्थे में महिला पुरूष व बच्चे सभी शामिल हैं व हेमकुंड पहुंचकर सभी काफी खुश नजर आ रहे हैं। बताया कि यह तथा 14 सितंबर को अटारी बाघाबार्डर से अमृतसर पहुंचा था। गोविंदघाट गुरुद्वारा से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में रह रहे सभी सिख श्रद्धालुओं की हेमकुंड साहिब में अटूट आस्था है। वहां से हर साल तीर्थयात्रियों का एक न एक जत्था यहां जरूर पहुंचता है।
सिखों का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान
हेमकुंड साहिब उत्तराखंड के चमोली जिला में है। जो कि सिखों का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। यह बर्फ़ीली झील के किनारे सात पहाड़ों के बीच स्थित है। इस स्थान का उल्लेख गुरु गोबिंद सिंह द्वारा रचित दसम ग्रंथ में आता है। इस कारण यह उन लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है जो दसम ग्रंथ में विश्वास रखते हैं।