उत्तराखंड में बारिश के बाद बर्फबारी का कहर, 10 ट्रेकर्स समेत 13 की मौत, कई लापता
देहरादून, 21 अक्टूबर: उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ के कहर के बाद अब बर्फबारी जानलेवा बनकर आई है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया है कि पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी के कारण उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में 10 ट्रेकर्स भी शामिल हैं। बचाव दल ने पांच लोगों को रेस्क्यू किया है। उत्तराखंड में तीन दिन तक हुई लगातार भारी बारिश ने जमकर कहर बरपाया है और अब बर्फबारी से लोगों की जान जा रही है।

बर्फबारी में मरने वालों में उत्तरकाशी जिले में भारत-चीन सीमा पर तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी के लिए काम करने वाले तीन कुली भी शामिल हैं। राहत और बचाव दल ने पांच लोगों को बचा लिया है, छह अभी भी लापता हैं। ट्रेकर्स का एक ग्रुप 14 अक्टूबर को देहरादून से 230 किलोमीटर दूर उत्तरकाशी जिले के हरसिल के पास लमखागा दर्रे के रास्ते में लापता हो गया था। उनके साथ आए नौ कुलियों में से छह सुरक्षित लौटने में सफल रहे। उन्होंने ही अधिकारियों को तीन लापता कुलियों और आठ ट्रेकर्स के बारे में सूचित किया। जिसके बाद इनकी खोज शुरू हुई।
उत्तराखंड में 50 से ज्यादा मौतें
उत्तराखंड में तीन दिन तक लगातार भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन ने जमकर कहर बरपाया है। राज्य सरकार के गुरुवार को दिए आंकड़ों के मुताबिक, इस आपदा में अभी तक 55 लोगों की जान जा चुकी है। 20 लोग घायल हुए हैं और 5 अभी भी लापता बताए गए हैं। राज्य में सबसे ज्यादा 28 मौतें नैनीताल जिले में हुई हैं।सबसे ज्यादा मौतें बारिश की वजह से घर ढहने की घटनाओं के कारण हुई हैं।
राहत और बचाव के काम में लगी एनडीआरएफ ने बयान जारी करते हुए बताया कि उनकी टीमें अभी तक राज्य में बाढ़ और बारिश से प्रभावित अलग-अलग इलाकों से करीब 1300 लोगों को सुरक्षित बचा चुकी हैं। उत्तराखंड में एनडीआरएफ की 17 टीमों को उतारा गया था।
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