Uttarakhand : हरीश रावत के लिए मुश्किल बना पुराना ट्वीट, पाकिस्तान प्रेमी बता बीजेपी हमलावर
देहरादून, 19 अक्टूबर। उत्तराखंड में चुनावी साल में भाजपा कांग्रेस एक दूसरे को हर मुद्दों पर घेरने में जुटी है। जिसमें भाजपा के निशाने पर पूर्व सीएम हरीश रावत हैं। भाजपा और हरीश रावत में ट्वीट वॉर भी जारी है।
भाजपा ने अब हरीश रावत पर निशाना साधते हुए पाकिस्तान प्रेम के गंभीर आरोप लगाए हैं। जो कि हरीश रावत के पंजाब प्रकरण से जोड़ा गया है। एक बार फिर हरीश रावत की बतौर पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी उनके विवाद का कारण बनी है।

आरपी सिंह ने लगाया गंभीर आरोप
उत्तराखंड चुनाव में पूर्व सीएम हरीश रावत और पाकिस्तान के जनरल कमर जावेद बाजवा को लेकर लंबे समय से विवाद बना हुआ है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और उत्तराखंड के सह प्रभारी आरपी सिंह ने ट्वीट किया है-
उत्तराखंड में 5 फौज के जवानों के हत्यारे पाकिस्तान के जनरल कमर जावेद बाजवा को कांग्रेसी हरीश रावत जी अपना पंजाबी भाई बता रहे हैं। यही कारण है कि हरीश रावत ने अब तक पाकिस्तान द्वारा कराई गई इन हत्याओं की निंदा नही की। यही है कांग्रेस का पाकिस्तान प्रेम!!
हरीश रावत ने किया था ट्वीट
भाजपा और हरीश रावत के बीच यह विवाद हरीश रावत के एक ट्वीट से शुरू हुआ था, जब हरीश रावत ने बाजवा को 'प्रा' कहते हुए इस्लामाबाद में इमरान खान के शपथग्रहण समारोह के दौरान सिद्धू के उन्हें गले लगाने को उचित ठहराया था और कहा था कि एक पंजाबी का दूसरे पंजाबी 'प्रा' को गले लगाना कैसे देशद्रोह हो सकता है। बीजेपी को हर चीज में राजनीति दिखती है। हरीश रावत ने कहा कि विभाजन के बाद पंजाब का जो हिस्सा पाकिस्तान में रह गया, उसे भी पंजाब ही कहा जाता है और वहां रहने वालों को पंजाबी ही कहा जाता है। सिद्धू यदि दूसरे पंजाबी व्यक्ति से, जो पाकिस्तान का जनरल है, उससे गले मिले तो...श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने के विषय में मिले।' उन्होंने कहा कि इसमें बीजेपी को राजनीति नजर आती है। इतना ही नहीं हरीश रावत ने भाजपा को घेरते हुए प्रहार किया था कि उन्हें तो तब भी राजनीति नजर नहीं आई थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिना बुलाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर चले गए थे और वहां उनसे गले मिले थे और वहां बिरयानी का लुत्फ उठाया था।
हरीश और अनिल बलूनी में भी हुई थी जुबानी जंग
इसके बाद हरीश रावत और अनिल बलूनी के बीच भी पाकिस्तान सेना प्रमुख को लेकर जुबानी जंग हो चुकी है। जब कांग्रेस नेता हरीश रावत के पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को 'प्रा' (बड़ा भाई) कहकर बुलाने पर बीजेपी सांसद अनिल बलूनी ने निशाना साधा और कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ऐसे व्यक्ति को भाई कहा जा रहा है जिसके हाथ भारतीयों और उत्तराखंड के वीर जवानों के खून से रंगे हैं। बलूनी ने आगे कहा कि यहां के प्रत्येक घर से कोई न कोई सेना में है। इस तरह का बयान देकर आप तुष्टीकरण की किस तरह की राजनीति कर रहे हैं, किस तरह के वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं।' बलूनी ने सिद्धू प्रकरण पर भी सवाल उठाए थे बलूनी ने कहा, 'आप सिद्धू के बयानों को उचित ठहरा रहे हैं जबकि आपकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उन्हें देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक बता रहे हैं।
पोस्टर से भी पढ़ा था सियासी पारा
हाल ही में देहरादून में भाजयुमो का कांग्रेस महासचिव हरीश रावत पर टिप्पणी करता एक बैनर चर्चा का विषय बना। बैनर भाजयुमो की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी के नाम से लगाया गया है और इसमें हरीश रावत को पाकिस्तानी आर्मी चीफ बाजवा का भाई बता शहीद नायब सूबेदार जसविंदर सिंह की हत्या का कारण ठहराया जा रहा है। बैनर में एक तस्वीर के साथ लिखा था 'हरीश रावत जी इस बेटी के पिता अमर शहीद नायब सूबेदार जसविंदर सिंह की हत्या आपके भाई व पाकिस्तानी जनरल कमर चीमा बाजवा ने करवाई'। इस पोस्टर ने भी उत्तराखंड की राजनीति का पारा बढ़ाने का काम किया।