उत्तराखंड में प्रीतम, हरक और काऊ की मुलाकात ने बढ़ाया सियासी पारा, कहीं कुछ खिचड़ी तो नहीं पक रही
देहरादून, 19 अक्टूबर। उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की मंगलवार को हरक सिंह रावत के आवास पर मुलाकात हुई है। इस मुलाकात में उमेश शर्मा काऊ भी मौजूद रहे हैं। हालांकि हरक सिंह रावत ने इस मुलाकात को प्रीतम सिंह के क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कुछ बात रखने का दावा किया। लेकिन मुलाकात में उमेश शर्मा काऊ का सम्मिलित होना कयासों को जन्म दे गया है।

दलबदल को लेकर जारी है चर्चांए
विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड की राजनीति में आए दिन नए-नए समीकरण बनते हुए दिख रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस में दलबदल को लेकर जमकर खींचतान चल रहा है। कांग्रेस में यशपाल आर्य के जाने के बाद से पुराने कांग्रेसियों की घर वापसी के कयास लगाए जा रहे हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत भी लगातार इस तरह की संभावनाओं को देखते हुए सोशल मीडिया पर एक्टिव नजर हैं। इधर कांग्रेसी नेता लगातार भाजपा के विधायकों के कांग्रेस में आने की संभावनाओं को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ को लेकर हो रही है। उमेश शर्मा काऊ का प्रकरण तो यशपाल आर्य के कांग्रेस ज्वाइनिंग के दिन से ही सबसे ज्यादा चर्चाओं में हैं। लेकिन अभी तक उमेश शर्मा काऊ की राजनीति हरक सिंह रावत के आसपास ही घूमती नजर आ रही है।

प्रीतम पहुंचे हरक के आवास
मंगलवार को एक बार फिर राजधानी देहरादून में अचानक सियासत गर्मा गई। जब कांग्रेसी प्रीतम सिंह हरक सिंह के आवास में मिलने जा पहुंचे। इस मुलाकात में उमेश शर्मा काऊ के मौजूद होने की खबरें भी आई। हालांकि हरक सिंह रावत ने मीडिया को मुलाकात से पहले ही इस बात की पुष्टि कर दी कि प्रीतम सिंह अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर उनके आवास पर मिलने आ रहे हैं। हरक ने कहा कि इस मुलाकात के राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। लेकिन सवाल ये है कि जिस तरह से मुलाकात के दौरान उमेश शर्मा काऊ भी मौजूद रहे। इससे एक बार फिर हरक और उमेश शर्मा काऊ के कांग्रेस में जाने की चर्चाएं तेज हो गई है।

हरक और काऊ की जोड़ी कर सकती है कमाल
हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ लगातार भाजपा हाईकमान पर दबाव की राजनीति कर रहे हैं। अभी हाल ही में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम से दोनों नेताओं की मुलाकात से पहले ही भाजपा के अंदर कई तरह की चर्चाऐं चल रही हैं। हालांकि अभी तक कोई बड़ी जिम्मेदारी न मिल पाने से एक बार फिर किसी तरह की गुप्त डील या कोई बड़ा ईनाम मिलने की चर्चांए तेज हैं। हरक सिंह रावत को भाजपा चुनाव अभियान की कमान तो उमेश शर्मा काऊ को कैबिनेट में जगह देने की सियासी चर्चा तेज हो गई है। जिसको लेकर भाजपा के अंदर भी सियासी पारा चढ़ा है। लेकिन प्रीतम के दिल्ली दौरे पर भी एक ही फ्लाइट से जाना और हरक सिंह के आवास पर मुलाकात करना एक के बाद एक राजनीति में जिस तरह के डेवलपमेंट हो रहा है। वह आने वाले समय में बड़े सियासी उलटफेर के संकेत दे रहा है।