देश को राष्ट्रीय स्तर के कई फुटबॉल खिलाड़ी देने वाले बाबा बीमार और फटेहाल, कोई देखने वाला नहीं
देहरादून। देश को राष्ट्रीय स्तर के कई फुटबॉल खिलाड़ी देने वाले वयोवृद्ध कोच मो. इदरीश बाबा पिछले काफी लंबे समय से बीमार चल रहे है। उन्होंने अपने पास जमा पूंजी सब फुटबाल पर लगा दी। कोरोना वायरस और लॉकडाउन में अब वो आर्थिक मोर्चे पर कमजोर पड़ने के कारण वह स्वयं असहाय हो गए हैं। इस असहाय हुए फुटबॉल के 'द्रोणाचार्य' की किसी अर्जुन ने सुध नहीं ली।
अमर उजाला की खबर के मुताबिक, अल्मोड़ा जिले के जरूरी बाजार निवासी मो. इदरीश बाबा (78) के है और पिछले 50 साल से फुटबॉल के खिलाड़ियों को तराशने का काम कर रहे है। लेकिन पिछले दो साल से उन्हें बीमारी ने जकड़ लिया। अब वह असहाय हैं। जमा पूंजी सब फुटबाल पर लगा दी। पहले से एकाकी जीवन जी रहे बाबा की तबियत खराब है और उनका कोई सुधलेवा नहीं है।
राष्ट्रीय
प्रतियोगिताओं
तक
पहुंचे
12
से
अधिक
फुटबॉल
खिलाड़ी
बता
दें
कि
मो.
इदरीश
बाबा
के
प्रयासों
से
ही
क्षेत्र
के
12
से
अधिक
खिलाड़ी
फुटबॉल
की
राष्ट्रीय
प्रतियोगिताओं
तक
पहुंचे
हैं।
कई
लोग
सेना
समेत
अन्य
विभागों
में
अच्छे
पदों
पर
कार्यरत
हैं।
इसके
बावजूद
संकट
काल
में
बाबा
को
किसी
की
मदद
नहीं
मिल
सकी।
इन
खिलाड़ियों
को
पहुंचा
चुके
नेशनल
स्तर
तक
पुष्कर
अधिकारी
(यूनिवर्सिटी
और
नेशनल),
प्रताप
सिंह
बिष्ट
(नेशनल),
दिनेश
भैसोड़ा
(नॉर्थ
जोन),
अब्दुल
रिजवान
(नेशनल),
विशन
सिंह
बिष्ट
(नेशनल),
दीवान
राणा
(स्टेट),
मान
सिंह
परमार
(नेशनल),
नरेंद्र
पुरी
(कमांड
स्तर),
मनोज
भट्ट
(नेशनल),
नजीर
खान
(स्टेट),
कुंदन
सिंह
(नेशनल),
जतिन
जुयाल
(नेशनल),
अमन
कन्नोजिया
(तीन
बार
नेशनल),
पंकज
अधिकारी
(संतोष
ट्रॉफी),
त्रिभुवन
असवाल
(नेशनल),
परमेश्वर
कांडपाल
(संतोष
ट्राफी),
राहुल
वर्मा-दो
बार
नेशनल
खेल
चुके
हैं।
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