उत्तराखंड में धर्मपुर, राजपुर या रायपुर किस विधानसभा सीट की लगेगी लॉटरी, जानिए क्या है मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 दिसंबर को देहरादून में जनसभा को करेंगे संबोधित
देहरादून, 26 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 दिसंबर को देहरादून में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके लिए भाजपा प्रदेश संगठन तैयारियों में जुट गया है। सबसे पहले चुनौती भाजपा के सामने कार्यक्रम स्थल का चयन करना है, जो कि किसी एक विधानसभा सीट पर ही आयोजित होगा। हालांकि पीएम मोदी की जनसभा से आसपास की कई विधानसभा सीटों पर चुनावी फिजा बदलनी तय मानी जा रही है। इस समय भाजपा संगठन धर्मपुर, राजपुर या रायपुर किसी एक विधानसभा सीट पर पीएम मोदी की रैली कराने पर विचार कर रही है।
4 दिसंबर को देहरादून में जनसभा
प्रधानमंत्री 4 दिसंबर को देहरादून में जनसभा को संबोधित कर चुनावी शंखनाद करने जा रहे हैं। भाजपा इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक और चुनावी दृष्टिकोण से भव्य और सफल बनाने में जुट गई है। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती भाजपा संगठन की कार्यक्रम स्थल के चयन को लेकर है। देहरादून में हर बार रैलियां परेड ग्राउंड में ही होती आ रही हैं। लेकिन इस बार स्मार्ट सिटी के कार्य के चलते ग्राउंड उपलब्ध नहीं है। जिस कारण भाजपा दूसरे विकल्प तलाश रही है। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पदाधिकारियों के साथ मंत्रणा करने में जुट गए हैं। गृह मंत्री अमित शाह की रैली और घसियारी कल्याण योजना का कार्यक्रम बन्नू स्कूल के पास धर्मपुर विधानसभा सीट पर हुआ था। ऐसे में भाजपा सबसे पहले इसी विकल्प पर विचार कर रही है। इसके बाद रायपुर स्पोर्ट्स कॉलेज स्टेडियम या अन्य विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं।
एक साथ कई समीकरण साधने की तैयारी
पीएम मोदी की रैली के जरिए भाजपा एक साथ कई निशाने साधने की कोशिश में है। इस रैली से एक साथ कई विधानसभा सीटों पर चुनावी फिजा बदलने की तैयारी की जा रही है। देहरादून में चकराता सीट को छोड़कर सभी सीटों पर भाजपा का दबदबा है। लेकिन इस बार चुनावी समीकरण अधिकतर सीटों पर भाजपा के खिलाफ जाते हुए नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही इस बार कई सिटिंग विधायकों के टिकट कटने या दूसरे सीटों पर भेजने की भी चर्चा तेज है। जिस कारण पीएम मोदी की रैली को अहम कड़ी माना जा रहा है। पीएम मोदी की रैली के बाद विधानसभा सीटों पर कितना असर पड़ता है। भाजपा ये भी मंथन करेगी। साथ ही पीएम मोदी की रैली को ऐसी विधानसभा सीट पर कराया जाएगा जो कि आसपास की दूसरी सीट को प्रभावित करती हो। उत्तराखंड में पीएम मोदी की रैली हमेशा निर्णायक और चुनावी फिजा बदलने में अहम रोल निभाती आ रही हैा
शीर्ष नेताओं के दाैरे को लेकर शुरू हुई राजनीति
भाजपा के केन्द्रीय नेताओं के दौरे को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर जमकर प्रहार किया हैा कांग्रेस का कहना है कि भाजपा को अपने स्थानीय नेताओं पर विश्वास नहीं हैा इस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कांग्रेस को अपने शीर्ष नेताओं के उतराखंड आगमन पर अपना माहौल बिगड़ने का खतरा उत्पन्न हो जाता है इसीलिये वह अपने राष्ट्रीय नेताओं को उत्तराखंड में आमंत्रित नहीं करते हैं। भाजपा में स्थानीय नेताओं पर विश्वास न होने के कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए कौशिक ने कहा कि कांग्रेस को खुद की चिन्ता करने की जरूरत है। वर्तमान में कांग्रेस घबराई हुई है और बेचैनी के चलते उसे कुछ सूझ नहीं रहा है। कांग्रेस की हालत यह है कि ढाई साल से वह अपने अध्यक्ष का चुनाव नहीं कर पायी है। प्रदेश स्तर पर नेता अपने राष्ट्रीय नेताओं को बुलाने में हमेशा परहेज करते हैं,क्योंकि उनको बुलाने से नफा नुकसान का आकलन भी पहले किया जाता है। उन्हें लगता है कि कहीं लेने के देने न पड़े और ऐसा पहले कई बार घटित हो चुका है जब उसके बड़े नेता रैली करने गये तो खमियाजा उठाना भी पड़ा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भाजपा की चिन्ता की जरुरत नहीं है। भाजपा के पास देश और दुनिया का मजबूत नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जिन्होंने पूरे विश्व में भारत का मान सम्मान बढ़ाया है और यह हमारे लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद गुटबाजी से जूझ रही है और कोई भी एक दूसरे को नेता मानने को तैयार नहीं है। भाजपा सेवा कार्यों और विकास के बूते मैदान में है और इस बार भी युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मजबूती से मैदान में है।
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