Char Dham Yatra: यात्रा की कर रहे प्लानिंग तो जानिए किस धाम में कब मिल सकते हैं दर्शन
केदारनाथ, यमुनोत्री धाम की 31 मई तक की बुकिंग फुल
देहरादून, 17 मई। अगर आप केदारनाथ या यमुनोत्री धाम की यात्रा करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो 31 मई के बाद यात्रा की प्लानिंग करें। फिलहाल 31 मई तक इन धामों की बुकिंग फुल हो गया है। हालांकि बद्रीनाथ में 20 मई और गंगोत्री में 25 मई के बाद पंजीकरण उपलब्ध हैं। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की मानें तो सोमवार तक केदारनाथ में दो लाख और बदरीनाथ धाम में 1.60 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
प्रतिदिन
की
संख्या
है
तय
चारधामों
में
बढ़ती
श्रद्धालुओं
की
संख्या
को
देखते
हुए
राज्य
सरकार
ने
प्रतिदिन
दर्शन
करने
वाले
श्रद्धालुओं
की
संख्या
को
निर्धारित
किया
हुआ
है।
केदारनाथ
के
लिए
13
हजार,
बद्रीनाथ
के
लिए
16
हजार,
गंगोत्री
के
लिए
8
हजार
और
यमुनोत्री
धाम
के
लिए
पांच
हजार
प्रतिदिन
संख्या
तय
की
है।
साथ
ही
सरकार
की
ओर
से
ऐसा
सॉफ्टवेयर
डेवलेप
किया
गया
है,
जिसकारण
निर्धारित
दिन
की
लिमिट
फुल
होते
ही
आगे
की
डेट
दी
जा
रही
है।
जिससे
श्रद्धालुओं
की
किसी
तरह
की
परेशानी
न
हो।
ऐसे
में
अब
चारोंधामों
में
कब
और
किस
डेट
में
यात्रा
करनी
है
इसके
लिए
रजिस्ट्रेशन
डेट
देखकर
ही
यात्रा
करने
की
हिदायत
दी
जा
रही
है।
यात्रियों
को
परेशानी
न
हो
इसके
लिए
सरकार
ने
ये
व्यवस्था
शुरू
की
है।
यहां
करें
बुकिंग
बुकिंग
स्लॉट
के
बारे
में
अधिक
जानकारी
के
लिए
आप
आधिकारिक
वेबसाइट
https://registrationandtouristcare.uk.gov.in
की
मदद
ले
सकते
हैं।
पर्यटन
विभाग
की
वेबसाइट
पर
जाकर
चार
धाम
या
किसी
भी
धाम
की
यात्रा
के
लिए
स्लॉट
बुकिंग
करवा
सकते
हैं।
जिसमें
आपको
पूरी
जानकारी
मिल
जाएगी।
केदारनाथ
और
यमुनोत्री
के
लिए
सबसे
ज्यादा
मारामारी
चारधाम
यात्रा
में
इस
बार
श्रद्धालुओं
के
लिए
दर्शन
के
साथ
ही
रोमांच
भी
खासा
अहम
हो
रहा
है।
जिस
वजह
से
सबसे
ज्यादा
श्रद्धालु
केदारनाथ
यात्रा
के
लिए
पहुंच
रहे
हैं।
पहली
बार
बद्रीनाथ
से
ज्यादा
क्रेज
यात्रियों
में
केदारनाथ
को
लेकर
है।
जिस
तरह
31
मई
तक
केदारनाथ
और
यमुनोत्री
यात्रा
का
रजिस्ट्रेशन
फुल
है।
इससे
अंदाजा
लगाया
जा
सकता
है।
कि
यात्रियों
में
केदारनाथ
और
यमुनोत्री
को
लेकर
ज्यादा
क्रेज
है।
बता
दें
कि
दोनों
धामों
में
पैदल
मार्ग
से
ही
यात्रा
करनी
पड़
रही
है।
बदरीनाथ
केदारनाथ
मंदिर
समिति
की
मानें
तो
सोमवार
तक
केदारनाथ
में
दो
लाख
और
बदरीनाथ
धाम
में
1.60
लाख
से
अधिक
श्रद्धालु
दर्शन
कर
चुके
हैं।
रजिस्ट्रेशन
को
अनिवार्य
करने
और
यात्रियों
को
रोके
जाने
का
विरोध
चारधाम
यात्रा
में
यात्रियों
के
रजिस्ट्रेशन
को
अनिवार्य
करने
और
बिना
पंजीकरण
आ
रहे
यात्रियों
को
रोके
जाने
का
विरोध
शुरू
हो
गया
है।
गंगोत्री
व
यमुनोत्री
के
अहम
पड़ाव
उत्तरकाशी
के
होटल
मालिकों
ने
इसके
विरोध
स्वरूप
मर्णिकर्णिका
घाट
पर
भागीरथी
नदी
में
जल
समाधि
लेने
की
कोशिश
की।
जहां
पुलिस
और
एसडीआरएफ
के
जवानों
ने
उन्हें
रोका,
तो
वे
जबरन
नदी
में
उतरकर
सरकार
और
पर्यटन
मंत्री
के
खिलाफ
नारेबाजी
करने
लगे।
इस
दौरान
पहुंचे
गंगोत्री
विधायक
व
एसडीएम
भटवाड़ी
को
भी
होटल
मालिकों
के
विरोध
का
सामना
करना
पड़ा।
बाद
में
विधायक
को
ज्ञापन
सौंपकर
उन्होंने
दो
दिन
में
यात्रियों
को
रोके
जाने
का
निर्णय
वापस
नहीं
लेने
पर
चक्काजाम
सहित
उग्र
आंदोलन
की
चेतावनी
दी।