बूथ स्तर की रिपोर्ट से उड़ी भाजपा, कांग्रेस की नींद, कांग्रेस बहुमत को लेकर आश्वस्त, भाजपा में भितरघात से संशय
बूथ स्तर की रिपोर्ट के बाद सियासी दल नजर आ रहे बैचेन
देहरादून, 23 फरवरी। उत्तराखंड में चुनाव निपटने के बाद से ही भाजपा, कांग्रेस अपने तरीके से गुणा-भाग में जुटे हैं। इसके लिए बूथ स्तर की रिपोर्ट की भी समीक्षा की जा रही है। अब तक भाजपा और कांग्रेस में से कांग्रेस पार्टी सरकार बनाने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही है। जबकि भाजपा भितरघात के आरोपों से घिरने के कारण अंदरखाने मंथन में जुटी है। इसका असर दोनों सियासी दलों के नेताओं के दावों और बातों में भी नजर आ रहा है।
प्रत्याशी
और
पार्टी
स्तर
पर
जारी
है
समीक्षा
14
फरवरी
को
प्रदेश
की
सभी
70
सीटों
पर
मतदान
सम्पन्न
हो
चुका
है।
अब
सबको
10
मार्च
का
इंतजार
है।
हालांकि
इस
बीच
प्रत्याशी
और
पार्टी
स्तर
पर
समीक्षा
बैठकों
का
दौर
जारी
है।
अब
तक
की
समीक्षा
के
बाद
सबसे
ज्यादा
कांग्रेस
खेमा
उत्साहित
नजर
आ
रहा
है।
कांग्रेस
चुनाव
अभियान
कमेटी
के
प्रमुख
हरीश
रावत
तो
प्रदेश
कार्यालय
में
नींबू
सन्नी
पार्टी
और
मीडिया
भोज
का
आयोजन
कर
चुका
है।
जिसमें
वे
जीत
को
लेकर
पूरी
तरह
से
आश्वस्त
नजर
आए।
प्रदेश
कांग्रेस
कमेटी
की
बुधवार
को
भी
एक
बड़ी
बैठक
हुई।
जिसमें
सभी
बड़े
नेताओं
ने
शिरकत
की।
इस
बैठक
में
सदस्यता
अभियान
से
लेकर
चुनाव
पर
भी
मंथन
हुआ।
जिसमें
पार्टी
को
पूर्ण
बहुमत
मिलने
का
विश्वास
जताया
गया।
इस
तरह
से
कांग्रेस
के
अंदर
अब
बहुमत
और
मुख्यमंत्री
पद
की
रेस
तक
शुरू
हो
गई
है।
इतना
ही
नहीं
कांग्रेस
अब
प्रदेश
स्तर
पर
कई
मुद्दों
पर
फ्रंटफुट
पर
सरकार
के
खिलाफ
मोर्चा
खोल
रही
है,
जो
कि
कांग्रेस
के
कॉन्फिडेंस
को
दिखाता
है।
कांग्रेस
लगातार
भाजपा
पर
पोस्टल
बेलेट
को
लेकर
घेरने
में
लगी
है।
साथ
ही
भाजपा
के
खिलाफ
चुनाव
आयोग
से
भी
शिकायत
कर
चुकी
है।
पोस्टल
बेलेट
में
धांधली
के
आरोप
को
लेकर
कांग्रेस
की
ओर
से
पूर्व
सीएम
हरीश
रावत
ने
एक
वीडियो
सोशल
मीडिया
में
पोस्ट
किया
है।
जिस
पर
आरोप-प्रत्यारोप
जारी
है।
भाजपा
में
अंदरखाने
टेंशन
सत्ताधारी
भाजपा
में
बाहरी
तौर
पर
भले
ही
प्रचंड
बहुमत
होने
का
दावा
किया
जा
रहा
है।
लेकिन
जिस
तरह
से
एक
के
बाद
एक
5
विधायक
भितरघात
का
आरोप
लगा
चुके
हैं।
उससे
साफ
है
कि
पार्टी
को
अंदरखाने
2017
के
प्रदर्शन
की
उम्मीद
कम
ही
नजर
आ
रही
है।
ऐसे
में
पार्टी
के
रणनीतिकार
अभी
से
निर्दलीय
और
दूसरे
दलों
से
संपर्क
करने
में
जुट
गए
हैं।
अधिकतर
रुझान
और
चुनाव
बाद
सर्वे
उत्तराखंड
में
त्रिशंकू
विधानसभा
होने
की
भी
उम्मीद
लगा
रहे
हैं।
ऐसे
में
भाजपा
अभी
से
प्लानिंग
करने
में
जुट
गई
है।
मुख्यमंत्री
पुष्कर
सिंह
धामी
से
लेकर
प्रदेश
अध्यक्ष
मदन
कौशिक
पूर्व
मुख्यमंत्रियों
डॉ
रमेश
पोखरियाल
निशंक
और
त्रिवेंद्र
सिंह
रावत
से
मुलाकात
कर
चुनाव
की
समीक्षा
कर
चुके
हैं।
जिसमें
आगे
की
रणनीति
पर
भी
काम
करने
को
लेकर
मंथन
होने
की
बात
सामने
आ
चुकी
है।
हालांकि
भाजपा
के
रणनीतिकार
चुनाव
में
मोदी
मैजिक
के
भरोसे
नैया
पार
लगने
की
उम्मीद
बनाए
हुए
है।
इधर
पोस्टल
बेलेट
को
लेकर
चल
रहे
विवाद
को
लेकर
भाजपा
प्रदेश
अध्यक्ष
मदन
कौशिक
ने
कांग्रेस
पर
पलटवार
करते
हुए
कहा
कि
उनकी
पार्टी
नेताओं
में
सेना
और
संवैधानिक
संस्थानों
का
अपमान
करने
की
होड
लगी
रहती
है।
पूर्व
सीएम
हरीश
रावत
का
ट्वीट
के
साथ
जारी
विडियो
भी
इसी
परंपरा
का
हिस्सा
है।मदन
कौशिक
का
दावा
है
कि
जैसे
सभी
विधानसभा
बूथों
से
जमीनी
हकीकत
सामने
आ
रही
है
वैसे
वैसे
भाजपा
की
सत्ता
में
वापिसी
तय
हो
गयी
है।
अब
चूंकि
कांग्रेस
को
भी
इसका
बखूबी
अंदाज़ा
हो
गया
है,
इसलिए
वह
हमेशा
की
तरह
ईवीएम
में
छेड़छाड़
व
डाकपत्रों
में
धांधली
को
लेकर
बगैर
सिर
पैर
के
आरोप
लगाकर
अभी
से
हार
का
ठीकरा
संवैधानिक
संस्थाओं
पर
फोड़ने
की
तैयारी
कर
रही
है।