केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट तय समय पर ही खुलेंगे, तारीखों में नहीं होगा कोई बदलाव
रुद्रप्रयाग। भगवान शिव के धाम केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट खोलने की तिथि को लेकर कयासबाजियों पर विराम लग गया है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट तय समय पर ही खुलेंगे। ऊखीमठ में पंचगाई समिति और आचार्य बेदपाठियों की मौजूदगी में केदारनाथ रावल की देखरेख में पूर्व के फैसले को यथावत रखने का फैसला लिया गया। बैठक में हुए फैसले को शासन और प्रशासन को भेज दिया गया है। इससे पहले सोमवार को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि और मुहुर्त बदल दिया गया था।
पुरोहितों ने किया था विरोध
बैठक में तीर्थ-पुरोहितों ने कपाट खुलने के समय में बदलाव का पुरजोर विरोध किया था। सूत्रों के अनुसार बैठक में तीर्थ-पुरोहितों ने दो तर्क दिए। पहला ये कि केदारनाथ धाम में पहले भी तीर्थ-पुरोहित ही कपाट खुलने की मुख्य पूजा करते रहे हैं। वहीं, दूसरा तर्क यह था कि कपाट खुलने की तिथि या लग्न बदलना शुभ नहीं होता। बैठक में ये बात भी सामने आई कि अगर, केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि में बदलाव होता है, तो इससे द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर और तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि में भी बदलाव करना पड़ेगा, जो कि पहले से ही क्रमश: 11 मई व 20 मई के लिए तय की गई हैं। इसके अलावा केदारनाथ के क्षेत्रपाल भगवान भैरवनाथ की विशेष पूजा के लिए भी नई तिथि तय करनी होगी। जिसके बाद सर्वसम्मति से तिथि नहीं बदलने का निर्णय लिया गया।
तय तिथि और समय के अनुसार खोले जाएंगे कपाट
निवर्तमान मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह और रावल भीमाशंकर लिंग ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के तहत भगवान केदारनाथ धाम के कपाट महाशिवरात्रि को तय तिथि और समय के अनुसार ही खोले जाएंगे। बाबा केदार की डोली पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 26 अप्रैल को ओंकारेश्वर मंदिर से धाम के लिए प्रस्थान करेगी। बैठक में वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती, केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी और पंचगाई प्रमुख समेत कई तीर्थ-पुरोहित मौजूद थे।
नहीं होगा कपाट खुलने की तिथि में कोई बदलाव
इस मौके पर बीकेटीसी के पूर्व सीईओ की देखरेख में कपाट खुलने की तिथि पर संसय खत्म करते हुए पूर्व में निर्धारित तिथि पर ही कपाट खोलने का फैसला लिया गया। बताया गया कि बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि में कोई बदलाव नहीं होगा। 29 अप्रैल सुबह 6:10 पर ही केदारनाथ के कपाट खुलेंगे। ऊखीमठ में भैरवनाथ की पूजा 25 अप्रैल को होगी जबकि 26 अप्रैल को डोली धाम रवाना होगी। बताते चलें कि कोरोना महामारी संकट के साथ ही केदारनाथ रावल का क्वारंटाइ समय देखते हुए केदारनाथ मंदिर की तिथि में बदलाव की चर्चा की जा रही थी।
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