अखिलेश यादव के कई ड्रीम प्रोजेक्ट्स पर चला योगी आदित्यनाथ का डंडा
अखिलेश यादव के कई ड्रीम प्रोजेक्ट्स पर योगी सरकार ने चलाया डंडा, फंड की कमी की वजह से इन प्रोजेक्ट्स का काम रुका।
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई प्रोजेक्ट्स पर एक के बाद एक योगी सरकार का डंडा चल रहा है। पहले गोमती रिवर फ्रंट की सीबीआई जांच तो अब योगी सरकार ने अखिलेश सरकार के एक और ड्रीम प्रोजेक्ट पर डंडा चलाया है। अखिलेश सरकार के कार्यकाल के दौरान जय प्रकाश अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, जेनेशवर मिश्र पार्क, चक गजरिया सिटी सहति पुराने लखनऊ में सुंदरीकरण की योजना पर योगी सरकार ने रोक लगा दी है।
कई
योजनाओं
की
जांच
शुरू
इन
तमाम
योजनाओं
के
लिए
योगी
सरकार
ने
पैसे
देने
पर
रोक
लगा
दी
है
और
इनका
काम
थम
गया
है।
यह
सभी
प्रोजेक्ट
फंड
की
भारी
कमी
से
जूझ
रहे
हैं।
जिसकी
वजह
से
इन
प्रोजेक्टस
के
काम
पूरे
नहीं
हो
रहे
हैं
और
इसका
जिम्मा
जिन
कंपनियों
पर
था
उन्हें
काफी
मुश्किलों
का
सामना
करना
पड़
रहा
है।
आपको
बता
दें
कि
प्रदेश
में
योगी
सरकार
के
आने
के
बाद
अखिलेश
सरकार
की
तमाम
योजनाओं
की
जांच
शुरू
हो
गई
है।
रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी गई
जिन योजनाओं के लिए योगी सरकार ने फंड देने से रोका है, उनकी कमिश्नर जांच कराकर उसकी रिपोर्ट शासन को भेजने के लिए कहा गया था। साथ ही इस जांच में दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की भी बात कही गई है। सीएम के निर्देश पर कमिश्नर अनिल गर्ग ने इंजीनियरों की एक कमेटी गठित की थी जिसने इन तमाम योजनाओं की जांच करके अपनी रिपोर्ट दे दी है। इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री के पास भेज दिया गया है।
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इन प्रोजेक्टस का नहीं दिया गया पैसा
गौरतलब है कि जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र को कुल 864 करोड़ रुपए में तैयार किया जाना था, जिसमें से 600 करोड़ रुपए खर्च भी हो चुके है, जबकि 250 करोड़ रुपए अभी दिए जाने हैं। वहीं जेनेश्वर मिश्र पार्क को 350 करोड़ रुपए में तैयार किया जाना था, जिसमें से 80 करोड़ रुपए का अभी भुगतान नहीं किया गया है। इन तमाम परियोजनाओं के लिए फंड नहीं दिए जाने से यहां के काम रुके पड़े हैं।