राजनीति मेरा पेशा नहीं, कुछ समय के लिए ही यहां आया हूं- योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हिंदू से बड़ा सेक्युलर कौन, सिर्फ ताजमहल भारत की पहचान नहीं हो सकता है।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में बड़ा बयान देते हुए कहा कि राजनीति मेरा पेशा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कुछ समय के लिए राजनीति में आया हूं, मैं यहां सेवा करने के लिए आया हूं, मैं फुल टाइम राजनीतिज्ञ नहीं हूं। वहीं जब उनसे पूछा गया कि आपका फुल टाइम प्रोफेशन क्या है तो उन्होंने कहा कि जो लोग मुझे जानते हैं उन्हें पता है कि मेरा फुल टाइम प्रोफेशन क्या है। अपनी हिंदुत्ववादी छवि के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदुत्व विकास का विरोधी नहीं है।
सिर्फ ताजमहल भारत की पहचान नहीं हो सकता
वहीं ताजमहल के बारे में अपने दिए बयान पर एक बार फिर से आदित्यनाथ ने कहा कि इससे पहले भारत की पहचान सिर्फ ताजमहल से की जाती थी, लेकिन अब भारत की पहचान रामायण, गीता से हो ऐसा मेरा कहना है। जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि किसने सिर्फ ताजमहल को भारत की पहचान बनाया तो उन्होंन कहा कि इस देश के अंदर जो सो कॉल्ड सेक्युलरिस्ट थे उन्होंने भारत की पहचान को ताजमहल तक सीमित करके रख दिया है।
हिंदू से बड़ा सेक्युलर कौन
हिंदु राष्ट्र पर दिए अपने बयान पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत का नाम हिंदुस्तान है, क्या आप हिंदुस्तान के नाम को हटा देंगे, हिंदुस्तान का मतबल क्या है, हिंदुस्तान को यह नाम तो मैंने नहीं दिया है। आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कहा था कि जबतक उत्तर प्रदेश और पूरे हिंदुस्तान को मैं हिंदूराष्ट्र नहीं बना देता, रुकुंगा नहीं। उन्होंने कहा कि हिंदू से बड़ा सेक्युलर कौन है, सेक्युलर का मतलब सर्वधर्म समभाव है, इसका मतलब एक धर्म को गाली देना नहीं है। सेक्युलरिज्म को इन लोगों ने तुष्टिकरण का हथियार बना दिया है, इन्होंने सेक्युलरिज्म को गलत तरीके से पेश किया है।
राम मंदिर के लिए पत्थर भेजना गलत नहीं
हाल ही में रामलाल स्थान पर पत्थऱ भेजने की खबरों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां रामलला विराजमान है उसे विवादित जगह नहीं कहना चाहिए, खुद कोर्ट ने अपने फैसले में उस जगह को रामजन्मभूमि माना है। अगर कारसेवकपुरम में कोई पत्थर आ रहा है तो उसे रोकने की कोई जरूरत नहीं है, अगर कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ती है तो किसी को भी रोकने की जरूरत नहीं है।
शीर्ष नेताओं से मिलना गलत नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार 22 करोड़ लोगों की है, पहले अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था, पीड़ित थाने में जाता था उसकी एफआईआर दर्ज नहीं होती थी। हमने पहले ही दिन कहा था कि 100 फीसदी एफआईआर दर्ज की जाएगी, यह हमारे सबका साथ सबका विकास अभियान का हिस्सा है, हम न्याय सबको देंगे, भेदभाव किसी के साथ नहीं करेंगे। बाबरी विध्वंश मामले में लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भाजपा का कोई महत्वपूर्ण नेता आए तो क्या मैं उनसे मिलने नहीं जा सकता हूं, मैं उनसे मिलने गया था, उनके प्रति सम्मान का भाव व्यक्त करने गया था।