मिर्जापुर पहुंची दुनिया की पहली हॉस्पिटल ट्रेन, कैंसर का भी होगा इलाज
मिर्जापुर। दुनिया की पहली चिकित्सा ट्रेन, लाइफ लाइन एक्सप्रेस सोमवार को मिर्जापुर जिले में पहुंच गयी। इस ट्रेन में मंगलवार से रजिस्ट्रेशन के बाद आंख, कान, दात आदि विभिन्न रोगों का इलाज के साथ सर्जरी की जायेगी। मंगलवार को कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने रेलवे स्टेशन के दक्षिणी तरफ स्थित यार्ड के पास किया। कैंसर, आंख, कान और पोलियो से गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों का इलाज देश के मशहूर चिकित्सक करेगें। नई दिल्ली से चिकित्सकों का दल सोमवार की शाम जिले में पहुंच गया।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का प्रयास
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल के प्रयासों से इम्पैक्ट इण्डिया के सौजन्य से तैयार की गयी लाइफ लाइन एक्सप्रेस के चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों ने मरीजों के इलाज के लिए अपनी व्यवस्थाएं पूरी कर ली है। मंगलवार को सुबह केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इसका शुभारम्भ किया। मण्डलीय अस्पताल के विस्तारीकरण भवन में सौ बेड की व्यवस्था आईएमए की तरफ से की गयी है। आपरेशन के बाद मरीजों को भर्ती करने के लिए मण्डलीय अस्पताल में बेड और अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं का इंतजाम कर लिया गया है। मण्डलीय अस्पताल परिसर में पंजीकरण कराने आने वाले मरीजों व तीमरदारों के बैठने के लिए टेंट भी लगवाया गया है। डीएम विमल कुमार दुबे खुद पूरे कार्यक्रम की मानीटरिंग कर रहे है।
इन तिथियों को होगा यह इलाज
लाइफ लाइन के चिकित्सक विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीजों का परीक्षण 29 अगस्त मंगलवार से ही शुरू कर देगें। इन मरीजों के आपरेशन के लिए अलग-अलग तिथि तय किए गए हैं। लाइफ लाइन एक्सप्रेस के चिकित्सकों के कार्यक्रम के मुताबिक 29 अगस्त से 1 सितंबर तक आंख का परीक्षण और 30 अगस्त से 5 सितंबर तक मोतियाबिंद का आपरेशन होगा। वहीं छह से नौ सितंबर तक कान के रोगियों का परीक्षण व इलाज औरआपरेशन सात से 12 सितंबर के बीच किया जाएगा। दांतों का परीक्षण व उपचार आठ से 14 सितंबर के बीच किया जाएगा। स्त्री रोग(ब्रेस्ट एवं सरवाइकल कैंसर) का इलाज 30 अगस्त से 12 सितंबर तक परीक्षण कर चिकित्सक 17 और 18 सितंबर को आपरेशन करेगें। वहीं मुख कैंसर का परीक्षण 30 से 12 सितंबर तक होगा। इसके बाद चिकित्सक 17 और 18 सितंबर को आपरेशन करेगें। पोलियो का परीक्षण 13 व 14 सितंबर को होगा। इन रोगियों का आपरेशन 14 व 16 को चिकित्सक करेगें। पोलियो का इलाज केवल 14 वर्ष तक के बच्चों का ही किया जाएगा। मिर्गी रोगियों के मरीजों का परीक्षण 15 व 16 सितंबर को किया जाएगा। परिवार नियोजन का कार्यक्रम दो से आठ सितंबर को किया जाएगा। इन रोगों का परीक्षण लाइफ लाइन एक्सप्रेस में किया जाएगा।
आंख, होठ, पोलियो का परीक्षण अस्पताल में
लाइफ लाइन एक्सप्रेस के पास मरीजों को भारी भीड़ न हो लिहाजा आंख, होठ, पोलियो व कान के रोगों का परीक्षण मण्डलीय अस्पताल में लाइफ लाइन एक्सप्रेस के चिकित्सक करेगें। चिकित्सक सुबह नौ से शाम को तीन बजे तक मरीजों का इलाज करेगें। कटे होठों की प्लास्टिक सर्जरी भी मण्डलीय अस्पताल में ही चिकित्सक करेगें।
पहले दिन 794 मरीजों ने कराया पंजीकरण
लाइफ लाइन ट्रेन का शुभारम्भ करने से पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मंगलवार को सुबह मण्डलीय अस्पताल के विस्तारीकरण भवन में मरीजों के भर्ती के लिए सौ बेड के वार्ड का शुभारम्भ किया। इसकी व्यवस्था आईएमए की तरफ से मरीजों की सुविधा के लिए की गयी है। लाइफ लाइन ट्रेन में आपरेंशन के बाद मरीजों को विस्तारीकरण भवन में इलाज के लिए भर्ती किया जाएगा। आईएमए की तरफ से टेण्ड व्यवसाइयों से किराए पर चारपाई और गद्दा व चादर का इंतजाम किया गया है। पहले दिन 794 मरीजों का पंजीकरण किया गया। इनमें 690 मरीज नेत्र रोग से पीड़ित है। इसके अलावा 104 मरीज तंबाकू पीड़ित है। नेत्र रोगियों का पंजीकरण करने के बाद चिकित्सकों ने मोतियाबिंद के मरीजों को चिह्नित कर आपरेशन के लिए रक्त और सुगर की जांच खुद के पैथालाजी में कराया। नये भवन में लाइफ लाइन की तरफ से पैथालॉजी की व्यवस्था की गयी है। आंख का परीक्षण एक सितंबर तक किया जाएगा। इनमें मोतियाबिंद के पीड़ित मरीजों का आपरेशन 30 से पांच सितंबर के बीच मण्डलीय अस्पताल में लाइफ लाइन के चिकित्सक करेगें।
ट्रेन की बोगियों में ही अस्पताल जैसी सुविधाएं
लाइफ लाइन ट्रेन की बोगियों को चलते-फिरते अस्पताल का स्वरूप दे दिया गया है। ट्रेन की बोगियां अस्पताल जैसी सुविधाओं से लैस है। वातानुकूलित आपरेशन थिएटर के साथ ही कांफ्रेंस हाल ही मौजूद है। कांफ्रेंस हाल में बैठ कर चिकित्सक मरीजों के आपरेशन को एलईडी पर देख सकते है। कांफ्रेंस हाल में 36 इंच की टीवी स्क्रीन लगायी गयी है। उसे सीसी कैमरे के माध्यम से आपरेशन थिएटर और अन्य स्थानों से जोड़ा गया है। इसके अलावा ट्रेन की बोगी में डिजिटल एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, पैथालांजी, दंत चिकित्सा के लिए आधुनिक उपकरण, मेडिकल स्टोर, मरीजों को आपरेशन के बाद तीन घंटे रखने के लिए व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा मरीजों के परीक्षण के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों का अलग-अलग वातानुकूलित चेम्बर बनाया गया है। चिकित्सकों का चेम्बर भी वातानुकूलित है। ट्रेन में छोटा सा कैंटीन भी है। उसी में चिकित्सकों का नाश्ता और भोजन तैयार किया जाता है। इन उपकरणों को संचालित करने के लिए ट्रेन में एक जेनरेटर सेट भी लगाया गया है ताकि बिजली कटौती आदि की समस्या से न जूझना पड़े। इस ट्रेन में 40 से 50 की संख्या में चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी इलाज के दौरान मौजूद रहेगें।