'रावण' पर लगी रासुका हटवाने को भूख हड़ताल पर बैठी महिलाओं की हालत बिगड़ी
बीमार पड़ी महिलाओं ने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया। उधर, शब्बीरपुर के रविदास मंदिर में आठ नवंबर से चल रही भूख हड़ताल भी जारी रही है।
सहारनपुर। जातीय हिंसा के आरोपी चंद्रशेखर उर्फ रावण, प्रधान शिवकुमार और सोनू पर लगी रासुका हटवाने की मांग को लेकर रामनगर में दूसरे दिन भी महिलाओं की भूख हड़ताल जारी रही। रविवार को दो महिलाओं की हालत बिगड़ गई, लेकिन दोनों ने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया। उधर, शब्बीरपुर के रविदास मंदिर में आठ नवंबर से चल रही भूख हड़ताल भी जारी रही है। महिलाओं का कहना है कि न्याय मिलने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी। रामनगर गांव में स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास कई महिलाएं शुक्रवार रात भूख हड़ताल पर बैठ गई थीं। जिसमें सुबह फूलमती और बबीता की हालत अचानक बिगड़ गई। परिजन उन्हें लेकर अस्पताल ले जाने लगे, मगर दोनों ने मना कर दिया। जिसके बाद अन्य महिलाओं ने सिर और पैर में तेल की मालिश की।
उधर, शब्बीरपुर में भीम आर्मी के बैनर तले भूख हड़ताल पर बैठी कुछ अन्य महिलाओं का कहना है कि न्याय मिलने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी। रविवार को सोमपाली, रामरती सहित तीन महिलाओं की हालत खराब हो गई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। जिला जेल में बंद भीम आर्मी जिला अध्यक्ष कमल वालिया और राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत नौटियाल के भूख हड़ताल खत्म होने की खबर जेल से बाहर आई थी, मगर भीम आर्मी का दावा है कि हड़ताल जारी है। आर्मी समर्थक हैदर नाम का कैदी भी भूख हड़ताल में शामिल हो गया है। भीम आर्मी के नगर अध्यक्ष प्रवीण गौतम ने कमल वालिया के हवाले से बताया कि रासुका हटने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी।
भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण, प्रधान शिव कुमार और सोनू के साथ हुई कार्रवाई के विरोध में 9 नवंबर की महापंचायत टालने के बाद पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली थी, लेकिन दलितों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रामनगर में चल रही भूख हड़ताल स्थल पर मौजूद भीम आर्मी के नगर अध्यक्ष प्रवीण गौतम ने कहा कि 24 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ सिंह रैली के लिए यहां आने वाले हैं। उस दिन काला दिवस मनाया जाएगा। इसके लिए गांव-गांव बैठकों का दौर चल रहा है।
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