30 सालों से सोशल इंजीनियरिंग में फेल हो रही कांग्रेस ने क्यों चला यह बड़ा दांव, जानिए 5 बड़ी वजहें
लखनऊ, 08 दिसंबर: उत्तर प्रदेश में ग्राउंड कनेक्ट और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने में जुटीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को एक बार फिर बड़ा दांव चला महिलाओं के लिए अलग से चुनावी घोषणा पत्र को जनता के सामने रखा। हालांकि यूपी ही नहीं देश में ऐसा पहला मौका है कि जब कोई पार्टी महिलाओं पर इतना फोकस कर रही है। प्रियंका पहले ही महिलाओं के लिए बड़े बड़े वादे कर चुकी हैं। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो पिछले 30 सालों से कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में सोशल इंजीनियरिंग में फेल हो रही है कोई भी जाति पार्टी का कोर वोट बैंक नहीं है। ऐसे में महिलाओं के बीच प्रियंका गांधी वाड्रा की छवि को भुनाने के लिए चुनावी खाका तैयार किया गया है। हालांकि कांग्रेस को लगता है कि अगर महिला कार्ड पर उसका जुआ सफल होता है, तो यूपी में उसकी स्थिति पहले से बेहतर हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने आधी आबादी को टारगेट करने का प्लान तैयार किया है।
आधी आबादी को साधने की कोशिश
कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को महिलाओं के लिए एक विशेष घोषणापत्र का अनावरण किया। इसमें 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों में महिला उम्मीदवारों के लिए पहले से दावा की गई 40% सीटों से काफी अधिक का वादा किया गया है। घोषणापत्र में महिलाओं के आत्म-सम्मान और आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न भत्तों की रूपरेखा दी गई है। प्रियंका गांधी ने बताया कि महिलाओं के लिए 40% टिकट अभी शुरुआत है।
6 सेगमेंट में बंटा है प्रियंका का घोषणा पत्र
प्रियंका गांधी ने बताया कि महिला घोषणापत्र को छह भागों में बांटा गया है। पहला खंड महिलाओं को पुरुषों के साथ समान आधार पर राजनीति में भाग लेने की अनुमति देकर उनके आत्मसम्मान को बढ़ाने पर केंद्रित है। महिलाओं के एजेंडे के अनुसार, कांग्रेस राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को उत्तरोत्तर 50% तक बढ़ाना चाहती है। घोषणापत्र के दूसरे खंड में यह कहते हुए महिलाओं की आत्मनिर्भरता बढ़ाने का इरादा है कि आरक्षण खंड के तहत 40 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।
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यूपी की सात करोड़ महिला मतदाताओं पर कांग्रेस की निगाहें
यूपी में महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के मिशन को धार देने के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने अगले 100 दिनों के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। राज्य में करीब 7 करोड़ महिला मतदाता हैं और प्रियंका गांधी का मतदाताओं के इस महत्वपूर्ण हिस्से पर भरोसा है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अगले 100 दिनों में चार करोड़ महिला मतदाताओं तक पहुंचने के लिए एक बड़ा जनसंपर्क अभियान भी शुरू करने जा रही है. इस कार्य के लिए लगभग 8,000 महिला स्वयंसेवकों की एक ब्रिगेड को "महिला हूं लड़ शक्ति हूं" के नारे के साथ सौंपा गया है। इस अभियान पर 150 से अधिक पेशेवर काम कर रहे हैं। यह ब्रिगेड रोजाना करीब 2 लाख महिलाओं तक पहुंचेगी और प्रियंका गांधी वाड्रा के वादों को उन तक पहुंचाएगी।
महिला मतदाताओं पर क्यों फोकस कर रही कांग्रेस
कांग्रेस ने अभियान के लिए एक करोड़ गुलाबी सिलिकॉन बैंड और आकर्षक स्टिकर तैयार किए हैं। अभियान के दौरान महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं और महंगाई के मुद्दे को भी उठाया जाएगा। इस समय राज्य में करीब 7 करोड़ महिला मतदाता हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 4 करोड़ महिलाओं ने मतदान किया था। दिलचस्प बात यह है कि महिला मतदाताओं का मतदान 59 प्रतिशत पुरुषों की तुलना में 4 प्रतिशत अधिक 63 प्रतिशत था। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी महिला मतदाताओं ने पुरुषों की तुलना में 1 फीसदी अधिक मतदान किया था।
महिलाओं को आकर्षित करने के लिए कई कार्यक्रम
कांग्रेस के रणनीतिकारों के मुताबिक करीब 60 फीसदी महिला मतदाता 18 से 35 साल के आयु वर्ग की हैं। इस 60 फीसदी युवाओं पर पार्टी की खास नजर है। अभियान को लोकप्रिय बनाने के लिए लड़कियों के लिए मैराथन आयोजित करने की भी योजना है, जिसके विजेताओं को स्कूटी दी जाएगी। शॉपिंग मॉल और गर्ल्स कॉलेजों में प्रचार अभियान चलाया जाएगा। महिला डॉक्टरों, वकीलों और 5,000 मोबाइल इकाइयों जैसे 1,000 महिला पेशेवरों की एक प्रभावशाली टीम बनाने की भी योजना है।
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