यूपी: विवेक तिवारी मर्डर केस की चश्मदीद को है जान का खतरा, कहा जब तक सजा नहीं मिलती वो हैं असुरक्षित
लखनऊ। विवेक तिवारी मर्डर केस में दिन प्रतिदिन सरकार और प्रशासन सक्रिय होता दिख रहा है। इसी बीच पुलिस विभाग की टीम सना के घर पूछताछ के लिए पहुंची। पुलिस से बातचीत के दौरान सना ने बताया कि उन्हें जान का खतरा है। पुलिसवाले के खिलाफ गवाही देने से उन्हें डर लगता है कि कहीं उन्हें जान से न मरवा दिया जाए।
पूछताछ के लिए एसआइटी की टीम विनय खंड स्थित सना के घर पहुंची। इस पूछताछ के दौरान टीम के आईजी जोन व प्रभारी सुजीत पांडे और एएसपी क्राइम दिनेश कुमार के साथ टीम के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
सना ने अपने दिए बयान पर अब तक टिकी हुई हैं। उनका कहना है कि विवेक सना को घर छोड़ने जा रहे थे। इसी बीच पुलिस की टीम उनके गाड़ी के सामने आ गई। गाड़ी जबकि धीरे चल रही थी। गांड़ी को पीछे कर निकालने की कोशिश में कार से पुलिसवालों के बाइक को टक्कर लग गई। जिसके बाद आरोपी पुलिस प्रशांत ने विवेक को गोली मार दी।
सना ने दोनों आरोपी पुलिसवालों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक उन दोनों को सजा नहीं मिल जाती तब तक उनके जान को उनसे खतरा बना रहेगा। हालांकि सना को अभी तक की लगातार हो रही जांच प्रक्रिया पर भरोसा है। इसके बाद अगर अगे उन्हें कुछ बोलना होगा तो वो रिपोर्ट आने के बाद ही बोलेंगी।
सना ने आरोपी पुलिसवालों के पक्ष में खड़े होने वालो लोगों के बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। सना ने कहा कि मीडिया और प्रशासन लगातार हमारी मदद कर रहा है। साथ ही इस मामले की जांच आइजी जोन व एसआइटी प्रभारी सुजीत पांडे कर रहे हैं।
पुलिस प्रशासन ने कहा कि इस घटना से संबंधित सभी सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं। सबूतों के साथ छेड़छाड़ के आरोप पुलिस पर लगते रहे हैं अगर इसमें कुछ भी गलत निकला तो इसे भी रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। इस पूरे घटनाक्रम में जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ इस रिपोर्ट को आगे उच्च अधिकारियों तक भी भेजा जाएगा।
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