टीचर्स डे: स्कूल की खराब हालत देख डीएम ने गोद लिया स्कूल, बच्चों के साथ ही खाते हैं मिड-डे-मिल
वाराणसी के जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्रा ने शहर की तमाम जिम्मेदारियों को पूरा करते हुए ही एक स्कूल को गोद ले रखा हैं। कुछ महीनों पहले जब जिलाधिकारी इस स्कूल में आए थे तो यहां के हालत बद से बदतर थे लेकिन आज इस प्राथमिक पाठशाला के दिन बहुर गए हैं। क्योंकि डीएम साहब ने इस स्कूल को गोद ले रखा है और अब इस स्कूल की व्यवस्था वे खुद ही देखते हैं। यही नहीं जिलाधिकारी बकायदा यहां बच्चो के बीच जाकर ये भूल जाते हैं की वो बनारस के डीएम हैं। वो इस परिसर में आते ही शिक्षक की भूमिका अदा करते हुए उन्हें पढ़ाते हैं और बकायदा ब्लैक बोर्ड पर बुलाकर उनसे सवाल भी पूछते हैं।
सीएम के दौरे वाले दिन भी आये थे बच्चो को पढ़ाने
दरसअल वाराणसी के डीएम योगेश्वर राम मिश्रा हर शनिवार को एलटी कालेज में बच्चो को अंग्रेजी और मैथ पढ़ाने के लिए आते हैं। बीते सप्ताह में जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वाराणसी में दो दिवसीय दौरा था उस दिन भी डीएम स्कूल आना नहीं भूले। उन्होंने बकायदा आधे घण्टे इन बच्चों के बीच बिताया। उसके बाद ही वो सीएम के प्रोटोकॉल में शामिल हुए।
खुद भी पढ़े हैं प्राइमरी स्कूल
वजह भी इसके पीछे हैं। वो खुद एक प्राथमिक स्कूल से पढ़ाई करने के बाद आज इन मुकाम पर हैं और उन्हें बच्चो को पढ़ना सबसे अच्छा जॉब लगता हैं। oneindia से बात करते हुए उन्होंने बताया कि इन बच्चों के साथ उन्हें आज भी वो दिन याद आ जाते हैं जब वो जमीन पर बैठ कर कलम और दवात से पढ़ाई किया करते थे।
बच्चो के साथ खाते हैं मिड-डे-मिल का खाना
सरकारी ड्यूटी को निभाते हुए अपने गोद लिए विद्यालय का भी पूरा ख्याल रखने वाले डीएम योगेश्वर राम मिश्रा शनिवार को दोपहर के वक्त का खाना इन्ही बच्चों के साथ जमीन पर बैठ कर खाते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कई लड़कियों को अपने पैसे से शिक्षा दिलाने की मुहीम शुरू की है। डीएम योगेश्वर राम अपने काम करने के अनोखे अंदाज के लिए हमेशा ही सुर्खियों में रहते हैं दो इंटर की बच्चियों के खर्च वहन करने के साथ ही उन्होंने शबाना नामक युवती के एक SMS पर उसे और उसके परिवार के लोगो को ईद पर नए कपड़े, मिठाईयां सहित ईडी भेजवायी थी तो वही शिक्षा के लिए उन्होंने खुद इस कालेज के बदहाल स्तिथि को देखते हुए इसे गोद लेने का फैसला किया था।