मिशन वाराणसी को सफल बनाने के लिए बीजेपी ने चला अब आखिरी दांव
पूर्वांचल की माटी से जुड़े लोगों और दूसरे राज्यों के नेताओं को काशी बुलाया गया है ताकि वे अपने रिश्तेदारों और नातेदारों के साथ अन्य लोगों का मत ध्रुवीकरण पार्टी के लिए करें।
वाराणसी। विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की साझा रणनीति के तहत कार्य कर रही हैं। संघ के सभी अनुषांगिक संघटनों में वाराणसी के साथ-साथ पूर्वांचल में मतों के ध्रुवीकरण के लिए अपना खाका खींच लिया है। इसके तहत पूर्वांचल की माटी से जुड़े लोगों और दूसरे राज्यों के नेताओं को काशी बुलाया गया है ताकि वे अपने रिश्तेदारों और नातेदारों के साथ ही अन्य लोगों का मत ध्रुवीकरण पार्टी के लिए करें और जीत की राह की हर बाधा को दूर किया जा सके। इस पूरे कार्य के लिए भगवा ब्रिगेड को लगा दिया गया है, दरअसल परिवार चलाने की मजबूरी में जो भी नेता पूर्वांचल से किसी दूसरे राज्य चले गए थे उन्हें इस विधानसभा चुनाव में पार्टी ने एक नई जिम्मेदारी के साथ काशी और पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों में रखा है।
बड़े-बड़े स्टार प्रचारक काशी में ही कर रहे हैं निवास
सातवें चरण के मतदान से बहुत पहले ही भारतीय जनता पार्टी के कई स्टार प्रचारकों ने डेरा डाल दिया है। पार्टी के काशी क्षेत्र के प्रवक्ता संजय भारद्वाज ने स्टार प्रचारकों में इस समय वाराणसी में केंद्रीय मंत्रियों की पूरी टीम लगा दी है। यह टीम पूर्वांचल के कई जिलों में लगातार कैंप कर रही है। जनसभाएं और रैलियां करने के बाद स्टार प्रचारक रात्रि में काशी में ही प्रवास कर रहे हैं।
अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारियां सौंपी गई
इस टीम में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, जे. पी. नड्डा, कलराज मिश्र, स्मृति ईरानी, अनुप्रिया पटेल, उमा भारती, पीयूष गोयल, अंनत कुमार, मनोज सिंन्हा, महेंद्र नाथ पाण्डेय, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव, राष्ट्रीय सचिन और प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा, केशव प्रसाद मौर्या, गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी आज से पूर्वांचल के अलग-अलग- जिलों के मतदान को देखते हुए मोर्चा संभाल चुके हैं।
पीएम मोदी का कार्यक्रम और तिथि दोनों बदली गईं
विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में विभिन्न विधानसभाओं में ताल ठोक रहे प्रत्याशियों को लहर बनाने के लिए नरेंद्र मोदी का इंतजार है, लेकिन अभी उन सभी प्रत्याशियों को और इंतजार करना पड़ेगा। तीन मार्च को पीएम मोदी की वाराणसी में होने वाली रैली पर संशय के बादल मराने लगे हैं। इसके आलावा पीएम मोदी की तीन मार्च को जौनपुर और चार मार्च को मिर्जापुर की रैली प्रस्तावित हो गयी हैं। लेकिन पीएमओ से अभी कोई जवाब नहीं आया है। बीजेपी के क्षेत्रीय प्रवक्ता संजय भारद्वाज ने oneindia को बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यकरण में रैली और रोड शो दोनों शामिल थे, लेकिन, अब तीन मार्च को काशी से शुरू होने वाला था अब इसकी संभावना पांच मार्च को होने की है। हलांकि पीएमओ ने अभी पार्टी को इस मामले में जवाब नहीं दिया है लेकिन जल्द ही इसकी सूचना मिल जाएगी।
पीएम मोदी करेंगे रैली, रोड शो की जिम्मेदारी अमित शाह के कंधों पर
वहीं, पीएम मोदी की सुरक्षा को देखते हुए उनके कार्यक्रम में फेरबदल किया गया है। बता दें कि पीएम मोदी रोड शो नहीं करेंगे। बल्कि वाराणसी के डीएलडब्लू, बीचयू और सुरक्षा के मानकों को देखते हुए सिर्फ एक रैली ही करेंगे जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कंधो पर रोड शो की जिम्मेदारी दी गयी हैं। बहरहाल अभी रोड शो का रूट का फैसला नहीं किया गया है, लेकिन, पार्टी ने इस पूरे मसले पर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र के शहरी विधानसभाओं की तीनों विधानसभाओं में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का रोड शो करने की तैयारी कर रहा है। ये भी पढे़ं: अखिलेश ने पूछा- कोई गधों की विशेषता जानना चाहेगा क्या?