दूसरे राज्यों से यूपी वापस लौटने लगे प्रवासी मजदूर रहेंगे क्वारंटाइन सेंटर में, सभी का होगा कोरोना टेस्ट
लखनऊ, अप्रैल 15: मार्च 2020 में देश के अंदर जैसा नजारा था वैसा ही नजारा देखने को एक बार फिर मिल रहा है। प्रवासी मजदूर अपने गांव की तरफ पलायन करने लगे हैं। प्रवासी मजदूरों को डर है कि बेकाबू होते कोरोना की दूसरी लहर में फिर से देश के अंदर लॉकडाउन का ऐलान हो सकता है। तो वहीं, दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश आ रहे प्रवासी मजदूरों को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार नया दिशा-निर्देश जारी कर दिए है।
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योगी सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक, दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग कराई जाएंगी। स्क्रीनिंग में किसी भी प्रकार के लक्षण पाए जाने पर मजूरों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। तथा जांच करवाने के पश्चात यादि वह संक्रमित पाए जाते है तो उसे उन्हें 14 दिन तक आइसोलेशन में रखा जाएगा और जो लक्षणविहीन रहेंगे, उन्हें 7 दिन तक क्वारंटाइन सेंटर में रहना होगा।
अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम और कमिश्नर को निर्देश जारी किया है कि जिला प्रशासन प्रत्येक प्रवासी का नाम, नंबर और पता का पूरा विवरण रखेगा। साथ ही हर जिले में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में हर प्रवासी को रखा जाएगा और वहीं पर उनका पूरा ब्यौरा दर्ज होगा। इसके अलावा सरकार ने टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाने पर जोर दिया है।
साथ ही कहा है कि दूसरे राज्यों से आने वाले ऐसे व्यक्ति जिनकों घरों में होम आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं है, को इस्टीटूयशन क्वारेंटाइन में ही रखा जाए। ग्रामीणों स्तर पर होम आइसोलेशन की व्यवस्था न होने पर इस्टीटूयशन क्वारेंटाइन हेतू प्राथमिक व माध्मिक स्कूलों को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों में प्रवासी मजदूरों की आरटीपीसार जांच कराने और चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए हैं। प्रदेश के हर जिले में क्वारंटाइन सेंटर के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम इन प्रवासी मजदूरों की आरटीपीसीआर जांच करेगी।