पांचवें चरण के लिए सजा यूपी का चुनावी मैदान, जानिए पूरा ब्योरा
उत्तर प्रदेश पांचवे चरण के मतदान के लिए पूरी तरह से तैयार, 608 उम्मीदवारों की साख दांव पर, कांग्रेस के लिए अमेठी से जीत हासिल करना अहम।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पांचवे चरण के मतदान के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं, इस चरण में कुल 11 जिलों की 51 सीटों पर मतदान होना है। इस चरण में तराई क्षेत्र में मतदान होना है, जोकि नेपाल सीमा से सटे जिले हैं, इन तमाम क्षेत्रों को संवेदनशील माना जाता है। पांचवे चरण में कई बड़े उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। यूपी में कुल सात चरण में मतदान होना है, जिसमे से कुल चार चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है।
अंबेडकरनगर की अलापुर पर होगा 9 मार्च को मतदान
पांचवे चरण में 11 जिलों में 51 सीटों पर मतदान होना है, इस चरण में बलरामपुर, गोंडा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बहराईच, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर, बस्ती, संत कबीर नगर, अमेठी और सुल्तानपुर अहम जिले हैं। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार चंद्रशेखर कनौजिया का देहांत होने की वजह से अंबेडकर नगर की अलापुर सीट पर मतदान पांचवे चरण में नहीं होगा, बल्कि यहां 9 मार्च को मतदान होना है।
कानपुर रेल हादसा निभाएगा अपनी भूमिका?
गौरतलब है कि पांचवे चरण में 2012 में सपा ने 52 में से कुल 37 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसमें अलापुर भी शामिल था। इस चरण में भाजपा व कांग्रेस को पांच-पांच और बसपा को तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि पीस पार्टी को इस चरण में दो सीटों पर हासिल हुई थी। इस चरण में जिन जिलों में मतदान होना है उसमें तमाम जिले ऐसे हैं जो नेपाल सीमा से जुड़े हैं। यहां गौर करने वाली बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान इस बात का जिक्र किया था कि कानपुर रेल हादसे में गोंडा में अवैध रूप से आने वाले लोगों का हाथ है, इस हादसे में कुल 150 लोगों की मौत हुई थी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि रेल हादसे का षड़यंत्र नेपाल सीमा पर बैठकर ही रचा गया था।
सपा के लिए मुश्किल होगा 2012 को दोहराना
जिनमें पूरी तरह से देश के लिए प्रेम हो, एक भी सीट सपा या बसपा को नहीं जानी चाहिए, भाजपा के खाते में सौ फीसदी सीटें आनी चाहिए। श्रावस्ती, बलरामपुर, सुल्तानपुर और अंबेडकरनगर में 2012 में सपा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था और यहां की सारी सीटों को अपने नाम किया था।
608 उम्मीदवार मैदान में
इस चरण में कुल 608 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें सबसे अधिक अमेठी से हैं, अकेले अमेठी में कुल 24 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि सबसे कम उम्मीदवार कपिलवस्तु में हैं, यहां कुल छह उम्मीदवार मैदान में हैं,वहीं इटावा और सिद्धार्थ नगर में भी छह-छह उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
गायत्री प्रजापति भी मैदान में
इस चरण में जो सबसे बड़ा नाम चुनावी मैदान में है वह सपा के गायत्री प्रजापति हैं, जिनका नाम तमाम विवादों से जुड़ा है, गायत्री प्रजापति के खिलाफ हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने गैंगरेप के मामले में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था, जिसके बाद प्रजापति ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसपर सुनवाई 6 मार्च को होगी। आपको बता दें कि गायत्री प्रजापति के लिए अखिलेश यादव ने प्रचार नहीं किया और ना ही उनके साथ मंच साझा किया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या तमाम विवादों के बाद भी गायत्री प्रजापति यहां से जीत हासिल करते हैं या नहीं।
कांग्रेस के लिए साख का सवाल
गायत्री प्रजापति के अलावा पांचवे चरण में कांग्रेस की अमिता सिंह, भाजपा की गरिमा सिंह चुनावी मैदान में हैं। अमेठी को गांधी परिवार के लिए काफी अहम माना जाता है औऱ यह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है, इस लिहाज से अमेठी की सीट कांग्रेस के लिए नाक का सवाल है।
1.84 करोड़ मतदाता करेंगे अपने अधिकार का प्रयोग
पांचवे चरण में कुल 1.84 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसमें 96 लाख महिलाएं हैं, इस चरण के मतदान में मौजूदा मंत्री विनोद कुमार सिंह जोकि गोंडा के तरबगंज से मैदान में हैं, तेज नारायण पांडे उर्फ पवन पांडे जोकि अयोध्या से सपा की सीट से मैदान में हैं, इसके अलावा बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर की भी साख अकबरपुर से दांव पर है।