UPGIS: योगी सरकार के एजेंडे में सबसे उपर हैं यूपी के 17 नगर निगम, ये रही वजहें
उत्तर प्रदेश में Nagar Nikay Chunav के आहट के बीच सरकार ने अपनी चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। सरकार अब यूपी के 17 नगर निगमों पर फोकस करेगी और वहां मिले निवेश को धरातल पर उतारने की कोशिश करेगी।
UP Global Investors Summit: उत्तर प्रदेश में पिछले महीने संपन्न हुए उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के बाद अब योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य के 17 नगर निगमों के लिए प्राप्त निवेश प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर लागू करने और 51 लाख युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। हालांकि यूपी में होने वाले निकाय चुनाव की आहट के बीच सरकार का यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है।
नगर निगमों में मिले प्रस्ताव पर सरकार का फोकस
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, 16.31 लाख रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए 782 प्रस्तावों के माध्यम से 1,96,261 करोड़ की राशि का निवेश किया जाएगा। फिरोजाबाद को 14,874 करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 8.57 लाख रोजगार सृजित होंगे।
पीतल के उत्पादों के लिए मशहूर मुरादाबाद को 22,520 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। सहारनपुर में सरकार का लक्ष्य 42,898 युवाओं के लिए रोजगार सृजित करना है। शाहजहांपुर में, जहां पहली बार नगर निगम का चुनाव होगा, 66,502 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
नौकरियां सृजित करने पर सरकार का फोकस
अयोध्या और मथुरा-वृंदावन के नगर निगमों में, राज्य सरकार का लक्ष्य प्रत्येक शहर में 50,000 नौकरियां सृजित करना है। सरकार के अनुसार, जीआईएस-23 में भाग लेने वाली शीर्ष 10 फर्मों में शामिल टचेन ग्रुप ऑफ कंपनीज आगरा, लखनऊ और वाराणसी में निवेश करेगी। वहीं, आरजी स्ट्रेटेजीज ग्रुप गोरखपुर और गाजियाबाद में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आएगा।
यूपी में बन निवेश का माहौल
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ग्लोबल इनवेस्टर समिट की तैयारियों में जुटी है। सरकार ने इस समिट के लिए पहले निवेश का लक्ष्य 17 लाख करोड़ रुपये रखा था। सरकार के मुताबिक उसे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 (यूपीजीआईएस-2023) में करीब 34 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इसकी एक प्रमुख वजह ये भी है कि सीमए योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में निवेश के अनुकूल माहौल बनाया गया था।
योगी की टीम ने किए थे विदेश दौरे
योगी सरकार ने विदेश और देश में किए रोड शो मुख्यमंत्री ने दो उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के नेतृत्व में आठ टीमों को विदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय रोड शो आयोजित करने के लिए भेजा था। बाद में, योगी ने मुंबई में एक रोड शो का नेतृत्व किया और घरेलू रोड शो आयोजित करने के लिए सात अन्य प्रमुख शहरों में टीमें भेजीं जिसका यूपी सरकार को काफी फायदा मिला और निवेश तय लक्ष्य से अधिक का मिला।