जेवर एयरपोर्ट पर बनेंगे 5 रनवे, यूपी कैबिनेट में लगी मुहर
नोएडा। उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) को लेकर बड़ा बदलाव किया है। एयरपोर्ट पर अब दो नहीं पांच बड़े रनवे होंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की कैबिनेट ने इस पर अपनी मुहर लगा दी है। सरकार की इस मंजूरी के साथ ही अब जेवर एयरपोर्ट एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा। बता दें, एयरपोर्ट के पहले चरण में दो रनवे का निर्माण होना है।
3 अतिरिक्त रनवे बनाने के लिए 1,365 एकड़ जमीन की जरूरत
जानकार बताते हैं कि 3 अतिरिक्त रनवे बनाने के लिए 1,365 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी। जमीन का अधिग्रहण करने के लिए भी यूपी सरकार ने कैबिनेट की बैठक में अपनी मंजूरी दे दी है। वहीं, पहले चरण के निर्माण में 29,500 करोड़ रुपए की लागत आएगी। दूसरे चरण के निर्माण की लागत 31,114 करोड़ रुपए आएगी।
NIAL ने टीईएफआर की जिम्मेदारी PWC को दी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL)ने दूसरे चरण के निर्माण की टेक्निकल फिजिबिलिटी रिपोर्ट (TEFR) बनाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूसी को दी थी। पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के अनुसार, नोएडा एयरपोर्ट के दूसरे चरण का निर्माण का 2042 में शुरू होगा।
2024 में उड़ान भरेगा पहला विमान
बताया जा रहा है कि 2024 तक जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण के रनवे अपना काम शुरू कर देंगे। साल 2024 में जेवर एयरपोर्ट से पहला विमान उड़ान भरेगा। ज्यूरिख कंपनी एयरपोर्ट का निर्माण करेगी। कंपनी को अभी नोएडा एयरपोर्ट का मास्टर प्लान सबमिट करना है। इसपर अनुमति के बाद इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। बता दें, साल 2024 में एक रनवे के साथ उड़ान शुरू करने का लक्ष्य है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि दूसरे फेज के एयरपोर्ट की टीईएफआर बन गई है। इस पर शीघ्र ही प्रदेश सरकार की अनुमति लेने की कोशिश की जाएगी। उसके बाद दूसरे फेज की जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। जमीन पर कब्जा लेकर तारबंदी कर दी जाएगी, जिससे कि अतिक्रमण न होने पाए।
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