निदा खान ने फतवा देने वालों के खिलाफ मांगा इंसाफ, पहुंची एसएसपी ऑफिस
बरेली। तीन तलाक और हलाला के मुद्दों पर पीड़ित महिलाओं के हक की आवाज बनी निदा खान अब पुलिस से इंसाफ मांग रही। बुधावर को एसएसपी ऑफिस पहुंचकर निदा ने फतवा जारी करने वालों के खिलाफ तहरीर दी है। निदा का कहना है कि फतवा जारी करने वालों के खिलाफ पुलिस-प्रशानस कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। बता दें कि इस मामले को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी गंभीरता से लिया था।
यह
है
मामला
विश्व
प्रसिद्ध
दरगाह
आला
हजरत
के
शहर
इमाम
मुफ़्ती
खुर्शीद
आलम
ने
निदा
खान
के
खिलाफ
फतवा
जारी
किया
था।
फतवे
में
कहा
गया
था
कि
निदा
का
हुक्का
पानी
बन्द
कर
दिया
गया
है।
निदा
की
मदद
करने
वाले,
उससे
मिलने
जुलने
वाले
मुसलमानों
को
भी
इस्लाम
से
खारिज
किया
जाएगा।
निदा
अगर
बीमार
हो
जाती
है
तो
उसको
दवा
भी
नहीं
दी
जाएगी,
निदा
की
मौत
पर
जनाजे
की
नवाज
पढ़ने
पर
भी
रोक
लगा
दी
गई
है।
इतना
ही
नहीं
निदा
के
मरने
पर
उसे
कब्रिस्तान
में
दफनाने
पर
भी
रोक
लगा
दी
गई
है।
चोटी
काटने
पर
इनाम
की
घोषण
की
थी
दरगाह
आला
हजरत
से
निदा
के
खिलाफ
फतवा
जारी
होने
के
बाद
अब
एक
और
तालीबानी
फरमान
जारी
हुआ
था।
ऑल
इंडिया
फैजान-ए-मदीना
कौंसिल
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
मोईन
सिद्दकी
नूरी
की
तरफ
से
दोनों
महिलाओं
की
चोटी
काटने
वाले
और
पत्थर
मार
कर
देश
से
बाहर
करने
वाले
को
11,786
रुपए
इनाम
की
घोषणा
की
गई
है।
राष्ट्रीय
अल्पसंख्यक
आयोग
गंभीर
इस
मामले
को
राष्ट्रीय
अल्पसंख्यक
आयोग
ने
गंभीरता
से
लिया
था।
आयोग
ने
बरेली
के
जिलाधिकारी
वीरेंदर
सिंह
को
पत्र
लिखकर
निदा
मामले
में
फतवा
जारी
करने
वाले
दोनों
इमाम
के
खिलाफ
एफआईआर
दर्ज
करने
के
आदेश
दिए
थे
साथ
ही
निदा
खान
को
मिल
रही
धमकी
के
मद्देनजर
उन्हें
सुरक्षा
उपलब्ध
करने
को
कहा
था।
SSP
से
लगाई
न्याय
की
गुहार
निदा
खान
ने
बुधवार
को
एक
बार
फिर
बरेली
के
एसएसपी
से
मिलकर
न्याय
की
गुहार
लगई
है।
निदा
का
कहना
है
कि
फतवा
जारी
होने
के
बाद
अब
लोगों
उन्हें
घृणा
की
दृष्टि
से
देखने
लगे।
उन्होंने
कहा
कि
फतवा
जारी
कराने
में
उनके
पति
शीरान
रजा
का
हाथ
है।
एसएसपी
ने
मामले
को
गंभीरता
से
लेते
हुए
इसकी
जांच
थानाध्यक्ष
बारादरी
को
सौंप
दी
है।