मिर्जापुर के सिंघम ने पांच वाइल्ड कैट, एक तेंदुए के साथ तस्कर को पकड़ा
सिंघम नाम से मशहूर मिर्ज़ापुर के यातायात प्रभारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने देहात कोतवाली क्षेत्र के भरुहना चौराहे के पास वन्यजीवों की तस्करी कर बिहार से हैदराबाद ले जाते एक तस्कर को गिरफ्तार किया है।
मिर्ज़ापुर। दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव की तस्करी करते टीएसआई ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यातायात पुलिस ने इस शख्स के पास से पांच जंगली बिल्लियां और एक तेंदुए को बरामद किया है। मामला भरुहना चौराहे के पास सिविल लाइन का है। दरअसल, चेकिंग के दौरान टवेरा गाड़ी में जालियों के पांच बॉक्स में इन सभी जानवरों को अंदर पैक करके रखा हुआ था। गाड़ी को पीछे से मिट्टी के रंग के स्प्रे से पोता हुआ था। ये भी पढ़ें:मिर्ज़ापुर: चाय पी रहे लोगों के लिए काल बनी स्कॉर्पियो, 5 की मौत
सूचना मिलते ही लिया एक्शन
यातायात प्रभारी देवेंद्र प्रताप सिंह सिविल लाइन के पास चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान उन्हें मुखाबिर से सूचना मिली कि एक टवेरा गाड़ी वन्यजीवों को लेकर चुनार के रास्ते भरुहना की ओर से जाने वाली है। सूचना पर यातायात पुलिस ने भरुहना चौराहे पर चेकिंग शुरू की। इस दौरान वाराणसी के रास्ते चुनार की ओर से एक टवेरा गाड़ी आती दिखायी दी। गाड़ी को रोका गया। गाड़ी सवार तस्कर चेकिंग से मना करने लगा। पुलिस ने पीछे का दरवाजा खुलवाया तो लोहे की जाली में कुछ सामन रखा था।
शक्तिवर्धक दवाओं में होता है प्रयोग
डीएफओ एके पांडेय ने बताया कि तस्कर वाइल्ड कैट की खाल से लेकर हर अंग की तस्करी करते हैं। बड़े पैमाने पर चीन, नेपाल, ताइवान आदि देशों में शक्ति वर्धक दवा बनाने में इसका इस्तेमाल होता है। इनकी हड्डी से बनी शक्तिवर्धक दवाओं का कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है।
इस कांस्टेबल के दम पर पकड़ा गया तस्कर
यातायात प्रभारी देवेंद्र प्रताप सिंह के अलावा यातायात के हेड कांस्टेबल गोविंद चौबे, कांस्टेबल दीनदयाल सिंह, अजय यादव, मंगला सिंह व चालक कालिका सिंह की मुस्तैदी के चलते पशु तस्कर पकड़े जा सका।
बाहर से कुछ न दिखे इसलिए गाड़ी पर किया था स्प्रे
बताया जा रहा है कि वन्य जीव तस्कर ने टवेरा गाड़ी के पीछे वाले हिस्से पर मिट्टी के रंग का स्प्रे किया हुआ था जिससे कि बाहर से कुछ भी दिखाई न दे। इसके अलावा अगल-बगल के शीशों पर भी कवर लगाया गया था। उल्लेखनीय है कि गाड़ी के अंदर कई टोल नाको की रसीद भी थी।