पुलिस की वर्दी में ठग, नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र देकर ऐंठता था पैसा
ठग पर जब लोगों को शक हुआ तो ग्रामीणों ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से प्रधान की सरकारी चेकबुक, एक सील मुहर,पुलिस की फुल वर्दी और जाली कागजात बरामद हुए।
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिला के थाना क्षेत्र ऊसराहर के गांव समथर में पुलिस की वर्दी पहन कर ठगी करने वाले शातिर को ग्रामीणों ने दबोच लिया। ठग पर जब लोगों को शक हुआ तो ग्रामीणों ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से प्रधान की सरकारी चेकबुक, एक सील मुहर,पुलिस की फुल वर्दी और जाली कागजात बरामद हुए।
Read Also: सेक्स पावर बढ़ाने वाले करोड़ों की कीमत वाले सांपों को पुलिस ने पकड़ा, देखिए तस्वीर
सरजीत यादव नाम का यह युवक पुलिस की फर्जी वर्दी पहनकर लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करता था। शुक्रवार को वह पुलिस की वर्दी में समथर गांव में पंछी लाल को नियुक्त पत्र देने आया था। उसने नियुक्त पत्र देते हुए बताया कि सफाई कर्मचारी की नौकरी लगी है । शनिवार को कार्यालय में नियुक्त होनी है और वहां पर 15000 हजार रुपए खर्चा के लिए लगने है, साथ ही तुरंत रुपए देने की बात कही तो पंछी लाल के अनुसार उसने सुनार के यहां से अपने घर के जेवर गिरवी रखकर पैसे का इंतजाम किया। सभी रुपए सरजीत यादव को दे दिए।
सरजीत ने रुपए लेने के बाद पंछी लाल को नियुक्त पत्र का लिफाफा थमा दिया। सरजीत के जाने के बाद जब पंछी लाल ने लिफाफा खोला तो वह दंग रह गया। लिफाफे के अंदर दो कागज रखे थे जिसे देख उसे समझने में देर न लगी कि उसे ठगा गया है। शनिवार को पंछी लाल ने सरजीत को फोन करके बाकी रुपए देने के लिए बुलाया। सरजीत जैसे ही समथर गांव में आया पंछी लाल और गांव के कुछ लोगों ने उसे दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ऊसराहार में एक व्यक्ति पकड़ा गया है जो व्यक्ति फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र बना करके लोगों को देता था और उनसे अवैध वसूली करता था। उसके पास से जब तलाशी ली गई तो पुलिस की फुल वर्दी, सील मुहरें, सरकारी चेकबुक और फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए। विभिन्न धाराओं में उस पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
Read Also: 17 साल में हुई 'ब्ल्यू व्हेल' की शिकार, खेल-खेल में देने चली थी जान