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धार्मिक स्थल से लाउडस्पीकर उतारने गई यूपी पुलिस पर जमकर चले पत्थर, 3 घायल

यूपी के मुरादाबाद में एक धार्मिक स्थल पर लगे लाउडस्पीकर को उतारने गई पुलिस पर लोगों ने जमकर पथराव किए। इस पथराव में दो महिला समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।

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मुरादाबाद। यूपी के मुरादाबाद में एक धार्मिक स्थल पर लगे लाउडस्पीकर को उतारने गई पुलिस पर लोगों ने जमकर पथराव किए। इस पथराव में दो महिला समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायल पुलिस वालों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके से धार्मिक स्थल पर लगे अवैध रूप से पांच लाउडस्पीकर को अपने कब्जे में ले लिया। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में जेल भेज दिया।

क्या है पूरा मामला?

क्या है पूरा मामला?

मुरादाबाद के कुंदरकी इलाके में नगर पुलिस चौकी इंचार्ज अनुज तौमर आगामी त्यौहार रमजान शुरू होने से पहले शांति व्यवस्था की दृष्टि से नगर में गश्त कर रहे थे तभी उनकी नजर एक धार्मिक स्थल के चारों तरफ अवैध रुप से लगे लाउडीस्पकर पर गई जोकि अपने धर्म का प्रचार करते हुए दूसरे धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों का प्रयोग कर रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाते हुए धार्मिक स्थल पर लगे लाउडस्पीकरों की अनुमति दिखाने को कहा गया तो वह लोग अनुमति नही दिखा पाएं। जिसके बाद पुलिस ने उन लोगोंसे धार्मिक स्थल से लाउडस्पीकर उतारने को कहा। लाउडस्पीकर उतारने की बात सुन लोग उत्तेजित हो गए और पुलिस को धमकी देने के अंदाज में कहने लगे कि अगर किसी ने लाउडस्पीकर उतारने का प्रयास किया तो खून खराबा हो जाएगा।

पुलिस पर होने लगा पथराव

पुलिस पर होने लगा पथराव

नगर पुलिस चौकी इंचार्ज ने मामले को भापतें हुए थाना प्रभारी राघश्याम को सूचना दी तब सूचना पाकर थाना प्रभारी भारी मैनाठेर,बिलारी थाना पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। लोगों को समझाबुझाकर लाउडस्पीकर उतारने का प्रयास किया तो हमलावरों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया जिससे आरक्षी ललित कुमार,पूजा राठी और रीना घायल हो गईं। सूचना पाकर सीओ महेश कुमार मौके पर पहुंच गए और पुलिस ने जमीन पर लाठीयां भांज कर भीड़ को मौके से हटाकर स्थिति को संभाला और किसी तरह धार्मिक स्थल पर अवैध रूप से लगे पांच लाउडीस्पीकरों को हटाकर अपने कब्जे में ले लिए।

कोर्ट ने आरोपियों को भेजा जेल

कोर्ट ने आरोपियों को भेजा जेल

पुलिस ने इस मामले में मौके पर धार्मिक स्थल की प्रबंधक अनुराधा शर्मा उसकी बेटी अनुप्रिया शर्मा, बेटा एंव युवा वाहिनी के मिडिया प्रभारी अनुज औतार शर्मा को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेने पर तीनों ने पुलिस बल को लूट व बलत्कार आदि झूठे मुकदमों में फंसाने की घमकी भी दी। पुलिस हिरासत में लिए गए मंदिर कमेटी के प्रबंघक और उसकी बेटी और बेटी को हिरासत में लेकर थाने ले आई और तीनो के खिलाफ नामजद एवं पांच लोंगो के खिलाफ धारा 147, 148, 353, 332, 336, 153a, और 323 के तहत मुकदमा दर्ज कर अदालत में पेश किया वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। लाउडस्पीकर उतारने और महिलाओं को हिरासत में लेने से नगर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई।

लाउडस्पीकर को लेकर सालों से है तनातनी

लाउडस्पीकर को लेकर सालों से है तनातनी

बता दें कि कुंदरकी के मुहल्ला सादात पश्चिमी स्थित दो समुदाय के लोगों के धार्मिक स्थल पचास पचास मीटर की दूरी पर बने हुए है तथा दोनो धार्मिक स्थलों पर लाउडीस्पीकर लगाने को तनातनी बनी रहती है। लाउडीस्पकीर की तनातनी को लेकर दोनो पक्षो के खिलाफ पुलिस ने हाल ही में 26 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था जिससे दोनो पक्षों में और तनाव बढ गया था। मुकदमा दर्ज होने के विरोध में एक पक्ष ने रामलीला मंचन बंद कर दिया और पुलिस से मुकदमा वापस लेने की मांग की थी। पुलिस ने दोनो पक्षो के बीच लाउडीस्पीकर लगाने के मामले में 9 सितंबर को समझौता करा दिया था समझौते में वर्ष 2011 की स्थिति के अनुसार दोनो पक्षो लाउडस्पीकर लगाने को लेकर कुछ शर्तों के साथ सहमति हो गई थी।

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English summary
stone pelting on moradabad police for removing loudspeaker from a religious site
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