खेल रहे तीन मासूमों ने क्यों अचानक मां-बाप के सामने तड़प-तड़पकर दे दी जान
शाहजहाँपुर। यूपी के शाहजहांपुर मे एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, यहां कच्ची दिवार गिरने से तीन मासूमों की दबकर दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद गांव मे मातम छा गया। तीन परिवारों के बच्चों की हुई मौत के बाद गांव मे कोहराम मचा हुआ है। हादसे मे एक बच्चा और एक पुरूष गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। वहीं इस दर्दनाक हादसे की खबर जब जिलाधिकारी को लगी तो देर न करते हुए जिलाधिकारी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी गांव पहुंचे और मृतकों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया। फिलहाल घायलों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
अलग-अलग परिवार के तीन बच्चों की मौत
दर्दनाक हादसा कांट थाना क्षेत्र के सरथौली गांव का है। इस गांव के तीन परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यहां के रहने वाले सुनील का दस साल का बेटा गणेश, गांव के रहने वाले राम कुमार की 12 साल की बेटी सीमा और अर्जुन का 3 साल की बेटी शारदा आज सुबह एक कच्ची दिवार के पास खेल रही थी। तभी राज कुमार के घर की कच्ची दीवार भर-भराकर गिर गई, जिसमे गणेश, सीमा और शारदा की दबकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि राजकुमार और उसका एक बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए।
परिवार को 50-50 हजार का मुआवजा
दीवार गिरते ही गांव मे चीख पुकार मच गई जिसके बाद गांव वालों ने दबे बच्चों को जब निकाला तो तीन बच्चों ने मां-बाप के सामने ही तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक हादसे की खबर जब जिला प्रशासन को लगी तो जिलाधिकारी नरेंद्र कुमार एडीएम एसडीएम समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी मोके पर पहुचे और परिवार को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने तीनों मृतक बच्चों के परिवार को 50- 50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया। साथ ही जितनी कच्ची दीवार बची उसको गिराने के आदेश दिए। फिलहाल घायलों को इलाज जिला अस्पताल मे किया जा रहा है दोनो की हालत गंभीर बनी हुई है।
तड़प-तड़पकर दी जान
अर्जुन की पत्नी का कहना है कि जैसे ही दिवार गिरने की आवाज उसके कानों मे आई। वह भागती हुई घर के बाहर आई और सिर्फ धूल के सिवा कुछ नही दिख रहा था, लेकिन जब देखा तो उसकी बेटी शारदा मलबे मे दबी थी और उसके सिर से खून बह रहा था। वो बहुत तड़प रही थी। उसके उपर मलबा ही मलबा था। जैसे-तैसे करके उसको मलबे से निकाला देखा नहीं जा रहा था, क्योंकि उसकी बेटी दर्द की वजह से बहुत तड़प रही थी। सोचा कि मलबे जिंदा निकाला है। तो अस्पताल लेजाकर ठीक हो जाएगी लेकिन बेटी ने उसके सामने की दम तोड़ दिया। ऐसे ही मरने वाले बच्चो के परिवार मे कोहराम मचा हुआ है और गांव मे तीन बच्चों की हुई एक साथ मौत के बाद पूरे गांव मे मातम छाया हुआ है।
गांव में छाया मातम
वहीं गांव वालो की माने तो ऐसा दर्दनाक हादसा इससे पहले गांव मे कभी नही हुआ है। तीन बच्चो की मौत ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया है। कुछ देर पहले तक तीनो बच्चे उनकी आंखो के सामने खेल रहे थे। लेकिन वही बच्चे कभी खेलते दिखाई नही देंगे। जिलाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बेहद दुखद हादसा है। तीन बच्चो की मौत दिवार गिरने से हुई है। मरने वाले बच्चो के परिवार को 50 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा। परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी।
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