सपा से कटा टिकट तो प्रत्याशी ने किया निर्दलीय लड़ने का फैसला
जिन प्रत्याशियों ने अपने क्षेत्र में जा-जाकर एक पहचान बनाई थी, जब सपा से उनका टिकट कटा तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की सोच ली।
शाहजहांपुर। सपा और कांग्रेस का गठबंधन होते ही सपा को अपने कुछ प्रत्याशियों के टिकट काटने पड़ गए। कई प्रत्याशियों ने काफी दिन पहले से क्षेत्र में जा-जाकर जनता से वोट मांगे और अपनी पहचान बनाई। अब जब सपा ने टिकट काटे तो वही प्रत्याशी सपा से बगावत करते नजर आ रहे हैं। आज शाहजहांपुर के तिलहर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे सपा प्रत्याशी ने टिकट कटते ही आज आपना निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया, क्योंकि अब इस सीट से कांगेस से प्रत्याशी जितिन प्रसाद किस्मत आजमाएंगे। जिस प्रत्याशी का टिकट कटा और वही प्रत्याशी नामांकन कराने पहुचा तो अंतरकलह सामने आ गई। फिलहाल उन्होंने तिलहर विधानसभा से सपा से टिकट कटने के बाद निर्दलीय के रूप मे नामांकन करा लिया है।
दरअसल, तिलहर विधानसभा सीट से सपा पहले अनवर अली को प्रत्याशी के रूप मे जनता के सामने लाई थी। पिछले विधानसभा चुनाव मे अनवर अली सपा के टिकट पर चुनाव हार गए थे। इसी के चलते पहले सपा ने अनवर अली का टिकट काटा। उसके बाद यहां से कादिर खान को सपा प्रत्याशी के रूप मे सबके सामने लाए। उसके बाद कादिर खान ने भी अपना प्रचार प्रसार तेज कर दिया। जनता के बीच उनकी पहचान भी काफी अच्छी बन चुकी थी, लेकिन जब कांग्रेस और सपा में गठबंधन हुआ तो कांगेस को तिलहर विधानसभा की सीट दी गई, जिसकी वजह से कादिर खान का एक बार फिर टिकट काटना पड़ गया। अब इस सीट से कांगेस के प्रत्याशी जितिन प्रसाद मैदान में होंगे। हालांकि, जितिन प्रसाद की जिले भर में एक अच्छी पहचान बनी हुई है। वह कांगेस सरकार मे केंद्रीय राज्य मंत्री भी रहे चुके हैं, लेकिन अपने ही जिले में वह एक भी सीट नहीं निकलवा पाते हैं। अब देखना होगा कि सपा कांग्रेस का गठबंधन तिलहर विधानसभा की सीट जितवा पाती है या नहीं।
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