उत्तर प्रदेश न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

यूपी सरकार को बदनाम करने के लिए रची गई सहारनपुर हिंसा की साजिश, जानिए हिंसा की इनसाइड स्टोरी

सहारनपुर की हिंसा राजनीतिक षडयंत्र का परिणाम है। एक राजनीतिक दल ने इस पूरी हिंसा को प्लान किया है।उस राजनीतिक दल ने इस हिंसा को कराने के लिए 50 लाख रुपए खर्च किए।

By Vikashraj Tiwari
Google Oneindia News

नई दिल्ली। यूपी के सहारनपुर में जातीय हिंसा अचानक से नहीं हुई, इसकी पूरी प्लानिंग की गई थी। हिंसा एक राजनीतिक षडयंत्र के तहत किया गया। अभी तक जो खूफिया रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक एक राजनीतिक दल ने सहारनपुर हिंसा की साजिश रची ताकि जरुरत पड़ने पर पॉलिटिकल माइलेज लिया जा सके।

राजनीतिक षडयंत्र के तहत हुई हिंसा

राजनीतिक षडयंत्र के तहत हुई हिंसा

सहारनपुर की हिंसा राजनीतिक षडयंत्र का परिणाम है। एक राजनीतिक दल ने इस पूरी हिंसा को प्लान किया है।उस राजनीतिक दल ने इस हिंसा को कराने के लिए 50 लाख रुपए खर्च किए। खूफिया रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई है कि वो राजनीतिक दल चाहता है कि सहारनपुर में हिंसा जारी रहे। ताकि सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार पर ये आरोप लगे कि यूपी में दलितों को निशाना बनाया जा रहा है।

भीम आर्मी नेता चंद्रशेखर की गिरफ्तारी जल्द

भीम आर्मी नेता चंद्रशेखर की गिरफ्तारी जल्द

यूपी के मुख्य गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा के मुताबिक सहारनपुर में जातीय संघर्ष देखा गया वो एक सोची समझी साजिश थी। एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में सहारनपुर और आस पास के जिलों में हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं लेकिन जिस तरीके की हिंसा इस बार हमने देखा वैसा पहले नहीं देखा गया। मणि प्रसाद मिश्रा ने सहारनपुर में 20 अप्रैल, 5 मई, 9 मई और 23 मई को हुई घटनाओं का जिक्र किया। मणि प्रसाद मिश्रा ने बताया कि 20 अप्रैल की हिंसा के बाद एक के बाद एक कई घटनाए सामने आई हैं। इस मामले में स्थानीय पुलिस की तरफ से भी कोताही बरतने की बात सामने आई है। वहीं मुख्य गृह सचिव ने कहा कि भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर को जल्दी ही गिरफ्तारी किया जाएगा।

यूपी सरकार को बदनाम करने की साजिश

यूपी सरकार को बदनाम करने की साजिश

सहारनपुर हिंसा मामले में एक राजनीतिक दल की भूमिका संदिग्ध है अभी तक जो रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक पूरी हिंसा की प्लानिग की गई थी जिसका मकसद यूपी सरकार को बदनाम करना है। 5 मई को राजपूतों और दलितों के बीच विवाद के बाद सहारनपुर में हिंसा ने बड़ा रुप ले लिया था। जिसके बाद से पुलिस- प्रशासन सहारनपुर में हालात सामान्य करने में लगा है। पूरी कोशिश के बाद भी मामला शांत नहीं हो पा रहा है क्योंकि इसके पिछे बड़ा राजनितिक खेल है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि जो 50 लाख रुपए इस हिंसा को कराने में खर्च किए गए वो कहां से और कैसे आए।

 पूरे यूपी में हिंसा भड़काने की थी तैयारी

पूरे यूपी में हिंसा भड़काने की थी तैयारी

इंटेलिजेंस ब्यूरो सहारनपुर हिंसा के बारे में सूचनाएं और तथ्य इक्टठा करने की कोशिश कर रहा है। एक अधिकारी के मुताबिक सहारनपुर हिंसा के बाद चेन बनाकर पूरे यूपी में हिंसा भड़काने की तैयारी थी। सहारनपुर हिंसा में बाहरी लोगों ने बड़ी भूमिका निभाई है वो कौन लोग है पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है। सहारनपुर हिंसा की शुरुआत 5 मई को एक जुलूस को लेकर दलित और राजपूत समुदाय के बीच हुई झड़प से हुई थी। उस झड़प में एक ठाकुर युवक की मौत हो गई थी जिसके बाद राजपूतों ने 50 दलितों के घरों को जला दिया था।

English summary
Saharanpur violence was stage managed to embarrass Yogi, it was planned by a political party
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X