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जब रिक्शे से सीएम आवास पहुंचे Paytm के सीईओ, अखिलेश भी चौंके

सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद तो जैसे रिक्शाचालक मणिराम की दुनिया ही बदल गई। दिवाली से पहले ही उन्हें कई गिफ्ट सीएम की ओर से मिल गए।

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लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में एक रिक्शाचालक ने पेटीएम कंपनी के सीईओ को अपने रिक्शे के प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सरकारी आवास क्या पहुंचाया, जैसे उसकी दुनिया ही बदल गई। दिवाली से पहले ही इस रिक्शाचालक को उपहारों की सौगातें मिल गई।

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रिक्शाचालक की लगी लॉटरी

जानकारी के मुताबिक पेटीएम कंपनी के सीईओ और यश भारती अवार्ड से सम्मानित विजय शेखर शर्मा मुख्यमंत्री आवास पर सीएम अखिलेश यादव से मिलने के लिए जा रहे थे।

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अचानक ही लखनऊ शहर के ट्रैफिक में उनकी गाड़ी फंस गई। काफी देर तक इंतजार के बाद उन्हें लगा कि कहीं मुख्यमंत्री से मुलाकात में देर न हो जाए।

इसलिए वह कार से उतर गए और बगल में खड़े रिक्शा चालक से मुख्यमंत्री आवास पर चलने को कहा। रिक्शा चालक के तैयार होने वो उस पर सवार हो गए।

पेटीएम के सीईओ को सीएम आवास तक पहुंचाया

उस समय तक रिक्शाचालक मणिराम को नहीं पता था कि आखिर उनके रिक्शे पर कौन सवार हुआ है। पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने मणिराम से मुख्यमंत्री आवास 5, कालीदास रोड चलने को कहा।

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रिक्शा चला रहे मणिराम को लगा कि वो अपनी सवारी को सीएम आवास के बाहर ही छोड़कर आ जाएंगे, लेकिन वहां पहुंचकर विजय शेखर शर्मा ने रिक्शे को अंदर लेकर चलने के लिए कहा।

मणिराम रिक्शे को अंदर ले गए। जहां पहुंच कर उन्हें पहली मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीब से देखने का मौका मिला। सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद तो जैसे मणिराम की दुनिया ही बदल गई। खुद सीएम अखिलेश यादव ने भी इस घटना का जिक्र अपने ट्विटर वॉल पर किया है।

मणिराम को सीएम अखिलेश ने दिए कई तोहफे

सीएम आवास से निकलने पर मणिराम को 6 हजार रुपये मिले। मुख्यमंत्री के आदेश पर बिल्कुल नया रिक्शा मिला। मणिराम की पत्नी के लिए समाजवादी पेंशन देने का वादा किया गया। इसके अलावा एक ई-रिक्शा और लखनऊ में रहने के लिए आवासीय क्वार्टर भी दिया गया।

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मणिराम से जब इस पूरे घटनाक्रम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैं कालीदास मार्ग के पास ही खड़े होकर स्मोकिंग कर रहा था, जब मुझे एक सवारी ने आवाज लगाई। मुझे नहीं पता था कि आखिर वो कौन है?

मणिराम के मुताबिक उन्होंने सोचा था कि वो उन्हें मुख्यमंत्री आवास के बाहर छोड़ कर आ जाऊंगा। हालांकि उनके कहने पर मणिराम को सीएम आवास के अंदर जाना पड़ा।

मणिराम बोले मुझे नहीं पता था कि मेरी सवारी कौन है

मणिराम ने बताया कि उसके बाद मैंने मुख्यमंत्री अखिलेश भैया को इतने करीब से देखा। उन्होंने मुझसे बहुत कुछ पूछा और मैंने उन्हें सबकुछ बताया।

बता दें कि विजय शेखर शर्मा को सीएम आवास पर छोड़ने बाद रिक्शा चालक अपना किराया लेकर लौटने लगा था जब खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उसे अपने पास बुलाया। सीएम अखिलेश यादव ने मणिराम से उसके घर परिवार और बच्चों के बारे में जानकारी ली।

इसके बाद तो जैसे मणिराम की लॉटरी ही लग गई। बता दें कि मणिराम रायबरेली के तिलोई का रहने वाला है। फिलहाल मणिराम को दिवाली से पहले ही ऐसा दिवाली गिफ्ट मिला जो शायद ही वो कभी भूल सकेगा।

English summary
Rickshaw puller takes CEO official residence of UPcm Akhilesh Yadav, gets Diwali gift.
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