यूपी के लखीमपुर में हाफिज सईद की रिहाई का मना जश्न, पाकिस्तान जिंदाबाद, हाफिज सईद जिंदाबाद के लगे नारे
लखीमपुर। मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर ए तैयबा के आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान की कोर्ट ने बरी कर दिया, जिसके बाद उसकी रिहाई का जश्न ना सिर्फ पाकिस्तान बल्कि भारत में भी मनाया गया है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में शुक्रवार की सुबह हाफिज सईद की रिहाई का जश्न मनाया गया। लखीमपुर के शिवपुरी इलाके में स्थित बेगम बाग कॉलोनी में रहने वाले कुछ लोगों ने कथित रूप से हाफिज सईद की रिहाई का जश्न मनाया, इसके लिए इन लोगों ने बाकायदा अपने घरों को हरे झंडे सजाया। इन लोगों ने हाफिज सईद के समर्थन में जमकर हाफिज सईद जिंदाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।
डीएम ने मौके पर रवाना किया पुलिस बल
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद शहर के डीएम आकाशदीप तुरंत कॉलोनी में पुलिस बल रवाना कर दिया। डीएम ने कहा कि इस घटना के सामने आने के बाद राइट विंग के काफी लोग इलाके में इकट्ठा होना शुरू हो गए, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई की गई, हमने घटना की जानकारी के बाद जांच के आदेश दे दिए हैं, साथ ही शहर में शांति व्यवस्था कायम है।
पहले पुलिस ने माना अफवाह
शुक्रवार की सुबह कोतवाली पुलिस को पहली बार यह जानकारी मिली की 20-25 युवा बेगम बाग कॉलोनी में हाफिज सईद की रिहाई का जश्न मना रहे हैं, हालांकि शुरुआत में पुलिस ने इस खबर को अफवाह मानते हुए कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन जैसे ही इस घटना की जानकारी डीएम के पास पहुंची पुलिस हरकत में आई। कोतवाली पुलिस स्टेशन के इंचार्ज प्रदीप शुक्ला ने बताया कि हम तुरंत कॉलोनी पहुंचे और हमने यहां कुछ घरों में हरे झंडे देखे, हमने सभी झंडो को हटाया और वहां मौजूद राइट विंग के लोगों को इस बात का भरोसा दिलाया कि हम इस मामले की पूरी जांच करेंगे।
लोगों का दावा उनके पास जश्न का वीडियो है
मौके पर मौजूद राइट विंग के एक नेता का कहना है कि हमारे पास हाफिज सईद की रिहाई का जश्न मनाते हुए युवाओं का वीडियो है, जोकि इस कॉलोनी में हाफिज के समर्थन में नारे लगा रहे थे। इन लोगों ने पाकिस्तान का झंडा भी लहराया है, साथ ही हाफिज सईद जिंदाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद के जमकर नारे लगाए हैं। लखीमपुर में ही रहने वाले इमाम अशफाक कादरी ने कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि किसी ने देशविरोधी नारे लगाए हैं, जहां तक हरे झंडों की बात है तो कई लोगों ने जूलूस ए मोहम्मदी का जश्न मनाना शुरू कर दिया है जोकि 2 दिसंबर से शुरू हो रहा है, इसका पाकिस्तान या हाफिज सईद से कुछ भी लेना-देना नहीं है।