फूलपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख तय होते ही केशव मौर्य इलाहाबाद बुलाए गए, 11 मार्च को है चुनाव
इलाहाबाद। फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है। तारीखों के ऐलान के साथ एकाएक राजनीतिक सरगर्मी भी शुरू हो गई है। इस वक्त सबसे गर्म माहौल टिकट की दावेदारी को लेकर है और भाजपा में दावेदारों की लाइन लगी हुई है। टिकट को लेकर रार ना पैदा हो और अंदरूनी कलह से चुनाव में भाजपा को नुकसान ना हो इसके लिए तत्काल प्रभाव से डिप्टी सीएम केशव मौर्य को इलाहाबाद बुलाया गया है। कल केशव मौर्य का इलाहाबाद आने का कार्यक्रम तय हो चुका है। यह पहला मौका होगा जब उपचुनाव की तिथियों की घोषणा के बाद केशव मौर्य इलाहाबाद में होंगे और टिकट पर अब मंथन करेंगे।
11 मार्च को होना है चुनाव
टिकट को लेकर पूर्व में ही काफी कुछ तय हो चुका है और बड़ी संख्या में केशव समर्थक यह चाहते हैं कि फूलपुर से उप चुनाव लड़ने के लिए केशव की पत्नी राजकुमारी मौर्या को टिकट दिया जाए। हालांकि विरोध में भी काफी स्वर उठे हैं, लेकिन दलीलें दी जा रही हैं कि केशव के परिवार का सदस्य ही फूलपुर से भाजपा की नैया पार लगा सकता है। ऐसे में केशव का इलाहाबाद आना अब बहुत कुछ साफ करेगा। बता दें कि फूलपुर लोकसभा सीट में 11 मार्च को उपचुनाव होने हैं।
दावेदार में केशव की पत्नी
एकाएक बने केशव के कार्यक्रम के बाद दावेदारों की भी धड़कन बढ़ गई है और उनसे मिलने वालों की कतारें कल से लगनी शुरू होंगी। गौरतलब है कि 2 दिन पहले तक इलाहाबाद में ही केशव मौर्य रुके हुए थे, लेकिन उनके लखनऊ जाते ही फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के तिथियों की घोषणा हो गई और अचानक से सरगर्मी बढ़ते ही केशव मौर्य को इलाहाबाद बुलाया गया है। बता दें कि केशव मौर्य भाजपा के पहले ऐसे प्रत्याशी थे जिन्होंने भाजपा के टिकट पर पहली बार फूलपुर लोकसभा में कमल खिलाया है। रिकॉर्ड मतों से जीत के साथ पहली बार फूलपुर लोकसभा भगवा में हुआ है। केशव मौर्य के इस्तीफे के बाद से यह सीट अब खाली हो चुकी है और अब उप चुनाव होना है।
बेटे को लेकर हुआ था हंगामा
कुछ महीने पहले केशव मौर्य के बेटे योगेश मौर्य के पोस्टर बैनर पूरे इलाहाबाद में लगाए गए और उन्हें फूलपुर से बतौर भाजपा उम्मीदवार टिकट देने की मांग की गई थी। परिवारवाद के मुद्दे पर दूसरे दलों के नेताओं ने केशव को घेरना शुरू किया और खबरें मीडिया में छाई तो केशव मौर्य ने सफाई दी उनका बेटा योगेश मौर्य चुनाव नहीं लड़ेगा। हालांकि बीते 2 महीने से लगातार केशव मौर्य की पत्नी राजकुमारी मौर्या को टिकट मिलने की संभावनाएं तेज हैं, लेकिन परिवारवाद के मुद्दे पर किस तरह से भाजपा अपनी रणनीति तय करेगी यह देखने वाला विषय होगा।