अस्पताल नहीं पहुंचे डॉक्टर, इलाज के अभाव में मरीज की मौत
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में सरकारी स्वास्थय केन्द्र पर इलाज के अभाव में एक मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान ने लोगों को शांत कराया और पूरे मामले की जानकारी सीएमओ और जिलाधिकारी को दी।
जानकारी के अनुसार, सीएचसी कूरेभार पर मंगलवार की शाम को पड़ोसी जनपद फैजाबाद के थाना हैदरगंज रामपुर प्रताप गांव निवासी रामफेर (55) अपने घर पर दैनिक कार्य कर रहा था कि अचानक तबियत खराब हो गयी। जिसके कारण रामफेर के परिजनों ने इलाज के लिए तत्काल सीएचसी कूरेभार में भर्ती कराया। लेकिन कूरेभार सीएचसी पर एक भी डॉक्टर मौजूद न होने से ड्यूटी पर तैनात फार्मासिस्ट नेबूलाल ने मरीज का प्राथमिक इलाज करना शुरू कर दिया। इलाज के दौरान मरीज रामफेर की हालत खराब होने लगी। मरीज की हालत देख ड्यूटी पर तैनात फार्मासिस्ट, डॉक्टर के आने का इन्तजार करने लगा। लेकिन कई घंटे बीतने के बाद भी डॉक्टर नहीं सीएचसी नहीं पहुंचे। इलाज के अभाव में रामफेर ने दम तोड़ दिया।
इसके बाद आनन फानन में फार्मासिस्ट नेबूलाल ने सरकारी पर्चे पर मृतक रामफेर को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। साथ ही सरकारी पर्चे के पीछे यह लिखते हुए पुष्टि भी कर दिया कि डाक्टर के न रहने पर मरीज का इलाज नहीं हो सका, जिसके कारण मरीज की मृत्यु हो गयी है। कूरेभार अस्पताल पर आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात लापरवाह डाक्टर के खिलाफ लोगों ने कार्यवाही की मांग करने लगे और मृतक रामफेर के परिजनों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगो की सूचना पर पहुंचे मीरापुरमनिकपुर ग्राम प्रधान राजेश सिंह ने आक्रोशित पीड़ित परिजनों को समझा बुझा कर शांत कराया और मामले की जानकारी जिलाधिकारी को दिया। कूरेभार सीएचसी अधीक्षक डॉ जय गोविन्द का कहना है कि मरीज की हालत पहले से गम्भीर बनी हुयी थी। रात्रि आपातकालीन डियूटी पर डॉ योगेन्द्र यादव व फार्माशिस्ट नेबूलाल थे।