आखिरकार अखिलेश को आई मुलायम के अधूरे सपने की याद, बोले- 19 में बन सकता है हकीकत
नई दिल्ली। 'अखिलेश को मैंने मुख्यमंत्री बनाया", "अमर सिंह नहीं होते तो मैं जेल में होता", "मैं शिवपाल के काम को भूल नहीं सकता"...मुलायम सिंह यादव के ऐसे बयान उस समय आम थे, जब अपने ही बेटे ने बगावत कर उसी पार्टी को उनसे छीन लिया था, जिसे नेताजी ने साइकिल पर घूम-घूमकर खड़ा किया था। सपा परिवार में सत्ता की भीषण जंग के बाद एक के बाद एक, हार का सिलसिला ऐसा चला कि जिस पार्टी की ताकत हथियाने के लिए पिता-पुत्र अखाड़े में उतर आए थे, उस पार्टी के पास कुछ बचा ही नहीं। अब रिश्तों में जमी बर्फ कुछ पिघलती दिख रही है और बड़े दिनों बाद आखिलेश यादव ने पिता मुलायम सिंह यादव को एक अच्छी खबर दी है। खबर ये है कि बेटा टीपू अब अपने पिता और सियासत के नेताजी को प्रधानमंत्री बनाना चाहता है। अखिलेश ने यह बात रविवार 20 मई को लखनऊ जाते समय नवाबगंज स्थित पक्षी विहार में पत्रकारों से बातचीत में कही।
सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'उनकी पार्टी विपक्षी दलों के साथ मिलकर 2019 लोकसभा चुनाव लड़ेगी। अगले पीएम नेताजी यानि मुलायम सिंह यादव भी हो सकते हैं।' अखिलेश की बातों के पीछे राजनीतिक गणित कितना है, ये तो पता नहीं, लेकिन बेटे के मुंह से बड़े दिनों बाद प्यारी सी बात सुनकर मुलायम सिंह यादव जरूर भाव-विभोर हो गए होंगे।
मुलायम के सपने को मानो एक बार फिर पंख लग गए हैं। 90 के दशक के गठबंधन के दौर में मुलायम सिंह यादव सत्ता की धुरी माने जाते थे। 1996 में प्रधानमंत्री की कुर्सी मुलायम के बेहद करीब भी थी, लेकिन लालू प्रसाद यादव ने टंगड़ी मार दी। लालू आज भले ही मुलायम के समधी हैं, लेकिन उनके दिए दर्द की टीस आज भी मुलायम को रह-रहकर सताती है।
बात 2016 की है, मुलायम ने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा, 'अच्छा हुआ मैं प्रधानमंत्री नहीं बना, पीएम बनने के बाद क्या होता बस एसपीजी मेरे आगे पीछे घूमती रहती।' थोड़ी ही देर बाद मुलायम ने किस्से को आगे बढ़ाया और बोले- 'एक बार मौका चला जाता है तो दोबारा इतनी जल्दी नहीं आता।'
मुलायम सिंह ने आगे कहा, 'केंद्र में संयुक्त मोर्चा की सरकार थी और मार्क्सवादी नेता हरकिशन सिंह सुरजीत सिंह मेरे पास आए और बोले कि वह मेरा नाम प्रधानमंत्री पद के लिए तय करके आए हैं। हरकिशन सिंह ने कहा कि मेरे पीएम बनने पर कुछ लोगों ने एतराज जता दिया, जिसके चलते मैं पीएम नहीं बन सका।'
पार्टी के एक कार्यक्रम में तो मुलायम ने अपनी जुबां से कहा- 'जिसने मुझे पीएम बनने से रोका, उसे समधी बना लिया।' उन्होंने विस्तार से अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को कहानी सुनाते हुए कहा, 'हम 11 बार एमएलए रहे, 6 बार एमपी, 3 बार सीएम रहे, 9 साल नेता प्रतिपक्ष रहे, एक बार केंद्रीय मंत्री बने और पीएम बनते-बनते रह गए। किसने रोका हमें प्रधानमंत्री बनने से, जिसने रोका वो बाद में हमारे समधी हो गए।'