दरोगा और सिपाही को गोली मारकर पिता की बेइज्जती का लिया बदला
भरे बाजार पिता की बेइज्जती देख बेटा अतुल बदला लेने के लिए प्लान बनाने लगा और फिर दो कॉन्ट्रैक्ट किलर बुलाए।
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इलाहाबाद। इलाहाबाद में शराब की दुकान पर पिता की बेइज्जती होते देख बेटे ने भाड़े पर शूटर बुलाए और फिर दरोगा और सिपाही को गोली मार दी। पुलिस ने शूटर के साथ बदला लेने वाले युवक को पकड़ा तो पूरा माजरा खुला। पुलिस के मुताबिक एक शराब की दुकान पर ओवररेटिंग की शिकायत पर जांच कर रही आबकारी टीम से अनिल नाम के दुकानदार की हाथापाई हो गई तो उसे पीट दिया गया। भरे बाजार पिता की बेइज्जती देख बेटा अतुल बदला लेने के लिए प्लान बनाने लगा और फिर दो कॉन्ट्रैक्ट किलर बुलाए। रेकी के बाद इंस्पेक्टर इंद्रजीत गर्ग और सिपाही शशांक सिंह को चेकिंग में जाते समय गोली मार दी गई। फिलहाल दोनों शूटर और अतुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
आबकारी विभाग का निलंबित सिपाही
घटना का खुलासा करते हुए धूमनगंज थानाध्यक्ष नागेश सिंह ने बताया कि अनिल सिंह आबकारी विभाग का ही निलंबित सिपाही है। वो करेली में दूसरे के नाम से शराब की दुकान चला रहा है। इस दुकान पर ओवररेटिंग की शिकायत पर इंस्पेक्टर इंद्रजीत गर्ग और उनकी टीम दुकान पर जांच करने गई थी, जहां अनिल से उनकी नोकझोंक में हाथापाई हुई तो सिपाहियों ने अनिल को पीट दिया। पिता की बीच बाजार बेइज्जती होने पर अनिल के बेटे अतुल ने इंस्पेक्टर इंद्रजीत को सबक सिखाने का प्लान बनाया और भाड़े पर शूटर बुलाए।
70 हजार थी जान की कीमत
सुपारी धूमनगंज के शूटर बट्टू पाल और सूरज ने ली, 70 हजार में जान की कीमत तय हुई। इंस्पेक्टर इंद्रजीत की रेकी शुरू हुई और जब वो गुरुवार को सिपाही शशांक सिंह के साथ मुंडेरा चेकिंग पर निकले थे, तभी चौफटका के पास उन्हें शूट किया गया। गोली इंद्रजीत के हाथ को चीरते हुए शशांक की पीठ में जा धंसी। आनन-फानन में दोनों को अस्पताल ले जाया गया, पूछताछ में इंद्रजीत ने अनिल सिंह पर शक जताया। दोनों की जान बच गई है, जब पुलिस ने अनिल औक उसके बेटे अतुल को उठाया और कड़ाई की तो पूरा राज पर्दाफाश हो गया। शूटरों के मोबाइल नंबर हाथ लगे तो लोकेशन ट्रेस हुई और दोनों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया गया।
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